0 मानक विहीन निर्माण का आरोप लगाकर रोका गया था कार्य
कदौरा (जालौन)। मनरेगा योजना ब्लॉक में तैनात तकनीकी सहायकों सहित रोजगार सेवकों के लिए संजीवनी बनी हुई है। ग्राम पंचायतों में होने वाले कच्चे पक्के कार्य ठेके पर हो रहे हैं। जिसकी जानकारी ग्राम प्रधानों को नही है। शासन के निर्देश पर मनरेगा के तहत एक माह पूर्व ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम हरचन्द्रपुर के कम्पोजिट विद्यालय में 2 लाख 92 हजार रुपये की लागत से इंटरलॉकिंग निर्माण का कार्य विद्यालय ग्राउंड में शुरू हुआ था। मानक विहीन निर्माण का आरोप लगा कर ग्रामीणो ने इसका विरोध करते हुए निर्माण कार्य को रोक दिया था। और इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करते हुए जांच की मांग की थी। शिकायत पर कार्य तो रोक दिया लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ खानापूरी हुई है। निर्माण कार्य अभी तक शुरू नही हो सका है। जिससे बच्चांे को खेलकूद में परेशानी हो रही है। पूर्व में इसकी शिकायत ग्राम प्रधान सहित, कम्पोजिट विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने भी की थी। ग्रामीणांे का कहना है कि गांव में तैनात मनरेगा तकनीकी सहायक, पास के गांव का निवासी हैं। धनराशि बंदरबांट करने के लिए उन्होंने इसका ठेका अपने चहेते को दिया था।
फोटो परिचय—
हरचन्द्रपुर कम्पोजिट विद्यालय में अधूरा पड़ा इंटरलॉकिंग कार्य।