कुसमिलिया

यज्ञ में तीसरे दिन कृष्ण जन्म की कथा सुन श्रद्धालु हुए भावविभोर

0 बेड़िया बाले बाबा की तपोभूमि में चल रहा 11 कुण्डीय श्रीराम महायज्ञ

कुसमिलिया (जालौन)। डकोर क्षेत्र में गांव मोहाना और जैसारी खुर्द गांव के बीच बेड़िया बाबा के स्थान पर सद्गुरु श्री श्री 1008 ईस्वरा जी की अनु कृपा से श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महायज्ञ चल रहा है। कथावाचक पंडित श्री कृष्णा जी महाराज निवासी श्री धाम वृंदावन ने भागवत कथा में तीसरे दिन रविवार को कृष्ण जन्म की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई। कथावाचक ने बताया कि जब जब होय धर्म की हानी। बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी। तब तब लें प्रभु विरुज शरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा अर्थात जब भी पृथ्वी पर धर्म का हृास और अधर्म का बोलबाला होगा, तब भगवान विभिन्न अवतार लेकर सज्जनों की पीड़ा को मिटाने और आतताइयों का नाश करने के लिए अवतार लेते हैं।
महाराजश्री ने बताया कि कंस की चचेरी बहन देवकी का विवाह वसुदेव के साथ हुआ था। देवकी के विदाई के दौरान आकाशवाणी हुई कि देवकी के आठवें पुत्र के द्वारा तू मारा जाएगा। आकाशवाणी सुनकर कंस ने देवकी को मारने के लिए तलवार निकाल ली। तलवार निकालने पर वसुदेव ने कंस से अनुग्रह कर साथ ही वचन दिया कि देवकी की सभी संतान आपको सौंप दूंगा। कंस ने वसुदेव की बात मान ली और वसुदेव व देवकी को कारावास में डाल दिया। कारावास में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ। कृष्ण जन्म की कथा सुनकर भक्त भावविभोर हो गए। भागवत कथा के साथ-साथ भगवान शिव पार्वती, श्रीकृष्ण राधा तथा गणेशजी की सुंदर सुंदर झांकियां प्रस्तुत कर देव स्वरूपों की आरती की गई और प्रसाद वितरित किया गया। झाकियां देखने के बाद सैकड़ों भक्तों ने श्रीकृष्ण के जयकारे लगाए। इस मौके पर आचार्य श्री पंडित शशिकांत, कथा परीक्षित श्रीमती सरोज देवी पत्नी बृजेंद्र सिंह, प्रधान दशरथ सिंह विश्वकर्मा, तबला बादक सुखदेव, बेंड वीरेंद्र, मजीरा राजकुमार, सहयोगी बाबू अवस्थी आदि रहे।
फोटो परिचय—-
श्रद्धालुओं को कथा सुनाते पंडित श्री कृष्णा महाराज।

Related Articles

Back to top button