Uncategorized

सामुदायिक शौचालय संचालन के नाम पर जिम्मेदार हुये स्वेच्छाचारी

0 आदेशों के बाद भी अब तक नहीं खोले गए शौचालयों के ताले
0 शौचालयों का बाहर कही ग्रामीण वाहन खड़े कर मवेसी बांध रहे
0 कहीं शौचालयों के बाहर कही उपले पाथे जा रहे

कदौरा (जालौन)। हर गांव ओडीएफ घोषित करने का सपना कागजांे तक सीमित होकर रह गया है। कदौरा ब्लॉक क्षेत्र के 71 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण तो पूरा कर लिया गया है। इन पर ताले अभी भी पड़े है। इसी वजह से शौचालयों का बाहर कही ग्रामीण अपने वाहन खड़े कर मवेसी बांध रहे है तो कही उपले पाथे जा रहे है।
मंगलवार को मीडिया टीम ने जब कुछ ग्राम पंचायतों की हकीकत देखी तो शौचालयों पर ताले लटके थे,ग्राम पंचायत हाँसा में सुबह करीब 8ः57 बजे ताला लटका मिला, इसके बाद टीम आगे बढ़ी तो ग्राम पंचायत पाली के सामुदायिक शौचालय में 9ः11 बजे ताला लटका मिला, मदिरालालपुर 9ः28 बजे भी लगभग यही स्थिति मिली, ग्राम पंचायत गुलौली 9ः55 बजे व सुरौला ग्राम पंचायत में 10ः46 टीम पहुची तो वहां पर भी शौचालय में ताला लटका था। शौचालयों का बाहर वाहन खड़े थे,मवेसी बंधे होने के साथ साथ बाहर उपले व गोबर पड़ा था। जबकि विगत माह डीपीआरओ अवधेस कुमार ने ब्लॉक के अधिकारियों व कर्मचारियों को व्यवस्थाए दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे।

स्वयं सहायता समूहों को दी गई है जिम्मेदारी

कदौरा। इन सामुदायिक शौचालयों का रखरखाव के लिए स्वयं सहायता समूहों के एक एक सदस्य को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए प्रतिमाह छह हजार रुपये मानदेय व तीन हजार रखरखाव के लिए दिए जा रहे है।
फोटो परिचय—-
मदरा लालपुर के शौचालय के बाहर खड़े वाहन बंधे मवेसी, ग्राम हांसा के शौचालय में लटकता ताला व बाहर रखे उपले, पाली में शौचालय के बाहर मौरम का ढेर।

Related Articles

Back to top button