0 मामला क्षेत्र के तिरही गांव का
अमित गुप्ता
कदौरा (जालौन )। गरीब व प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई जा रही मनरेगा योजना के नाम पर जिम्मेदार किस कदर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। इसकी बानगी विकासखण्ड के तिरही गांव में देखने को मिल रही हैं। बुधवार को गांव के सन्तोष पाल, बृजलाल, रविन्द्र सिंह,धनराज, जयहिंद,पवन आदि किसानों ने डीएम सहित अन्य उच्चाधिकारियों को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि उनके खेतो में बंधा बंधी जलरोक बांध व मेड़बंदी आदि के कार्य नही हुए हैं। और उनके खेतो के नाम पर लाखों रुपये के फर्जी भुगतान की निकासी हुई हैं। फर्जी तरह से धनराशि की निकासी होने पर उन्होंने इसकी शिकायत ब्लॉक के अधिकारियों से की तो उन्होंने प्रधान व अन्य कर्मचारियों के इशारे पर उनको डांट डपट कर भगा दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि बगैर कार्यो के मनरेगा के भुगतान हुए हैं। जिसमे जिम्मेदारों ने अपने चहेते जॉबकार्ड धारको के खाते में मजदूरी का पैसा डाल कर उसका बंदरबांट किया हैं। गांव के लोग रोजगार न मिलने से पलायन करने की तैयारी कर रहे हैं। प्रधान अपने रिश्तेदारों व घर के सदस्यों के नाम पर जॉबकार्ड बनाए हुए हैं। शिकायत करने वालो को प्रधान झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देता हैं।
किसके संरक्षण में हो रहा हैं फर्जी भुगतान।
कदौरा । तिरही गांव में मनरेगा के तहत कराए गए कार्यो में अनियमितताओ की शिकायत पूर्व में ग्रामीणों ने नोडल अधिकारी से की थी। नोडल अधिकारी ने जांच के आदेश दिए थे। लेकिन डीसी मनरेगा ने मामले को दबा दिया और प्रधान को क्लीनचिट दे दी थी।