अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में बालि वामन प्रसंग एवं श्रीकृष्ण जन्म कथा का श्रवण कथा व्यास ने स्थानीय गेस्ट हाउस में उपस्थित श्रोताओं को कराया।
मोहल्ला तोपखाना स्थित गेस्ट हाउस में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन कथा व्यास पं. रमा शास्त्री ने बालि वामन की कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान के अवतार ने बालि से तीन पग भूमि मांगी थी और उन्होंने दो पग में ही आकाश व पाताल को नापकर बालि का अभिमान चूर कर दिया था। इसके बाद उन्होंने श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए बताया कि जब कंस का अहंकार बढ़ गया और वह अच्छाई और बुराई का भेद भूल गया तब भगवान को मनुष्य रूप में पृथ्वी पर प्रकट होना पड़ा। श्रीकृष्ण का मथुरा की जेल में प्राकट्य होने के बाद वासुदेव ने रातों-रात उन्हें गोकुल में नंद बाबा के यहां पहुंचा दिया और उनके यहां जन्मी पुत्री को देवकी की गोद में दे दिया। उधर, गोकुल में जैसे ही सुबह सभी जागे तो नंदबाबा के यहां लाला का जन्म होने की बात पता चलते ही पूरा गोकुल जश्न मनाने लगा। सभी ब्रजवासी नाचते-झूमते हुए ‘नन्द घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की’ गाते हुए मस्त हो रहे थे। इस दौरान बीच-बीच में संगीतमय भजनों की प्रस्तुति से बैठे श्रोतागण झूम कर भक्तिभाव से नृत्य भी कर रहे थे। इस मौके पर पारीक्षित धन्वंती साहू, बाबूराम साहू, प्रेमवती साहू, ओमप्रकाश साहू, अमर सिंह, भगवानदास, महेंद्र, प्रिंस, अनिकेत, मुकुल, विपुल आदि भक्त मौजूद रहे।


