मुख्य सेविका द्वारा अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने का प्रकरण
अभय प्रताप सिंह
ललितपुर।बुधवार को ब्लाक तालबेहट क्षेत्र में तैनात मुख्य सेविका का अवैध तरीके से सुविधा शुल्क लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था। बताया जा रहा है कि इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुये उक्त वीडियो को वायरल करने वाली मुख्य सेविका मधु चौहान को नोटिस अवश्य थमा दिया, लेकिन अवैध वसूली कर रही मुख्य सेविका के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गयी। हां इतना अवश्य कहा गया कि जांच के लिए विभाग से डीपीओ द्वारा संस्तुति कर दी गयी है, अब जिला प्रशासन जांच अधिकारी नामित कर कार्यवाही करायेगा, जिसके आधार पर जो साक्ष्य आयेंगे, उनके आधार पर कार्यवाही की जायेगी।
गौरतलब है कि बाल विकास विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जरिए बच्चों की सेहत को मजबूत बनाने के लिए प्रदेश सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। लेकिन भ्रष्टाचार में आकंठ तक डूबे इस विभाग में जहां पूर्व में पोषाहार बेचने की खबरें आमतौर पर प्रकाशित होती रहती थीं, तो वहीं अब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से मासिक सुविधा शुल्क लेने का प्रचलन शुरू हो गया है। ऐसा ही एक वीडियो बुधवार को तालबेहट क्षेत्र में वायरल हो गया था। मामले को लेकर आरोप लगाये गये हैं कि मुख्य सेविका द्रोपती देवी द्वारा सीडीपीओ के खुले संरक्षण में अवैध वसूली को अंजाम दे रहीं हैं। इस मामले में यह भी बताया गया है कि वीडियो को वायरल कर कर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली मुख्य सेविका मधु चौहान के खिलाफ त्वरित कार्यवाही करते हुये अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर नोटिस थमा दिया गया। लेकिन इतनी ही तेजी से अवैध वसूली कर रही मुख्य सेविका के खिलाफ कार्यवाही की जूू तक नहीं रेंगी। इस प्रकरण को लेकर तालबेहट क्षेत्र के लोग हक्के-बक्के रह गये। इस मामले में जब जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज कुमार सिंह से दूरभाष पर संपर्क कर जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने वाले प्रकरण में उनके द्वारा निष्पक्ष जांच के लिए निर्देश जारी किये हैं, अब जिलाधिकारी द्वारा जांच अधिकारी नामित किया जायेगा, तदोपरान्त जांच में जो तथ्य सामने आयेंगे, उन पर कार्यवाही की जायेगी। इस प्रकरण में विभागीय रवैया देखकर तो यही तय माना जा रहा है कि कार्यवाही न होने और जांच की आंच को कम करने के लिए अवैध वसूली के आरोपों में घिरी मुख्य सेविका द्रोपती देवी को समय दिया जा रहा है, ताकि पूरे मामले को क्लीन चिट देने की तैयारी हो सके। खैर अब देखना यह दिलचस्प होगा कि वीडियो वायरल होने के बावजूद भी मुख्य सेविका व संरक्षण देने के आरोपों में अग्रणी कही जाने वाली सीडीपीओ के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है ?