बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। बुधवार रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश गुरुवार को दिनभर जारी रही, जिससे पूरे नगर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में ठंडक का अहसास बढ़ गया। तापमान में गिरावट आने से लोगों को जहां गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी, वहीं किसानों के चेहरों पर मायूसी झलकती दिखी। लगातार हो रही बारिश ने खेतों में बोई गई फसलों को नुकसान पहुंचाया है। खेत में पानी भरने से मटर और धान की फसल को नुकसान पहुंचा है।
किसान विजय शर्मा, सुनील श्रीवास्तव, कौशल किशोर, बृजेश उदैनियां आदि का कहना है कि बारिश से खेतों में जलभराव हो गया है, जिससे बीज सड़ने और फसल खराब होने का खतरा बढ़ गया है। वहीं जिन किसानों ने खेत की जुताई पूरी नहीं की थी, उनके खेतों में अब ट्रैक्टर नहीं चला पा रहे हैं। क्षेत्र के किसानों बताया कि बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर अगले एक-दो दिन में बारिश नहीं रुकी तो नुकसान और बढ़ जाएगा। बारिश का नगर के लोगों की दिनचर्या पर भी साफ दिखाई दिया। नगर के प्रमुख बाजारों झंडा चौराहा, सब्जी मंडी, पत्थर वाली गली और बस स्टैंड के आसपास दुकानों में सन्नाटा पसरा रहा। आमतौर पर दीपावली के बाद खरीदारी के लिए बाजारों में चहल-पहल बनी रहती है, लेकिन गुरुवार को लोगों ने बारिश से बचने के लिए घरों में रहना ही बेहतर समझा। जिन दुकानों पर कुछ ग्राहक पहुंचे भी, वहां वे सिर्फ छाता, रेनकोट और गर्म कपड़े खरीदते नजर आए। बाजार के व्यापारी जाफर सिद्दीकी, अजीत, वैभव आदि ने बताया कि सुबह से लेकर शाम तक बिक्री बहुत कम रही। इस समय रोजाना ग्राहकों की अच्छी आमद रहती थी, लेकिन बारिश ने कारोबार पर असर डाल दिया है। वहीं, ठंडक बढ़ने से चाय और समोसे की दुकानों पर थोड़ी भीड़ जरूर देखने को मिली।



