बिकास खंड रामपुरा के 43गांव बाढ़ की चपेट में* ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कमर कसी
चारों ओर पानी ही पानी, नदिया पार क्षेत्र में नहीं दिखाई दे रही है धरती

कप्तान सिंह राजावत
रामपुरा, जालौन । विकासखंड रामपुरा में पांच नदियों के संगम क्षेत्र में आई भीषण बाढ़ के कारण 39 गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
ज्ञात हो कि विकासखंड रामपुरा में पांच नदियों के बहने के कारण यहां प्रतिवर्ष बाढ़ का संकट पैदा होता है। प्रति दो-तीन वर्ष में यह संकट इतना भीषण रूप धारण करता है कि शासन प्रशासन को ग्रामीणों की सुरक्षा करना चुनौती पूर्ण हो जाता है। इस वर्ष भीषण बाढ़ में विकासखंड रामपुरा के जो गांव प्रभावित हुए हैं जिसमें डिकौली जागीर कूसेपुरा ,भूरे का पुरा ,मुल्ले का पुरा ,नरौल की खोड़, बिलौड़, हुकुमपुरा, जखेता ,जायघा, मोहब्बतपुरा ,कंजौसा, चांदनपुरा, निनावली जागीर, मिर्जापूरा जागीर नरौल ,सिद्धपुरा भैलावली, सुल्तानपुरा, गुढ़ा, बेरा, महटौली बहुत ही बुरी तरह से संकटग्रस्त है । रामपुरा में नदिया पार के लगभग 7-8 गांव में पानी ने भीषण तबाही मचाई है । ग्रामीणों के घरों में पानी प्रवेश कर गया जिससे उनकी गृहस्थी पूरी तरह से नष्ट हो गई है। कुछ ग्रामीण अपने जीवन व अपने पशुधन को बचाने के लिए ऊंचाई पर पहुंचकर त्रिपाल लगाकर रह रहे हैं ।
*विधायक ने बांटी राहत सामग्री*
माधौगढ़ क्षेत्र के विधायक मूलचंद्र सिंह निरंजन ने बाढ़ प्रभावित गांव निनावली जागीर ,किशनपुरा ,गुढ़ा, हिम्मतपुर, हुसेपुरा जागीर गांव का दौरा कर चारों ओर पानी से घिरे ग्रामीणों को साहस बनाए रखने को कहा । ग्राम किशुनपुरा निनावली जागीर में ग्रामीणों को राहत सामग्री का वितरण किया गया व आश्वस्त किया कि आपदा की इस घड़ी में शासन प्रशासन ग्रामीणों की हर संभव मदद करेगा। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी वेदप्रिय आर्य ,उप जिलाधिकारी न्यायिक विश्वेश्वर सिंह, महेश सिंह राजावत विधायक प्रतिनिधि, रामलखन औदीच्य ,संतोष कुमार प्रजापत मंडल अध्यक्ष भाजपा, विकास सिंह प्रधान निनावली जागीर सहित अनेक सामाजिक लोग मौजूद थे ।
*एसडीआरफ एवं स्टीमर की मदद से ग्रामीण तक पहुंचाई जा रही है सुविधाएं*
बाढ़ ग्रस्त गांव में करीब 27 मोटरबोट व स्थानीय नौकाओं की सहायता से आवश्यकता के अनुसार ग्रामीणों को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं।
*घर छोड़कर ऊंचाई पर चढ़े ग्रामीण*
ग्राम डिकौली जागीर,कूसेपुरा,बिलौड़, जखेता, हुकुमपुरामिर्जापूरा जागीर अधिकांशतः पानी में डूब गए। ग्रामवासी जान बचाकर अपने पशुधन जीवन उपयोगी सामान के साथ ऊंचाई में टीलों पर बैठे हैं।
*पेयजल संकट*
अनेक गांवों में की गलियों में बाढ़ का पानी हिलोरा मार रहा है जिससे हैंडपंप पानी में डूब गए हैं। जो हैंडपंप नहीं भी डूबे हैं उनसे निकलने वाला पानी बदवूदार हो गया है जिस कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
*ग्रामीण तलाश रहे हैं मोमबत्तियां*
बाढ़ में विद्युत पोल पानी में डूब गए हैं जिससे विद्युत सप्लाई पूरी तरह से बंद कर दी गई है परिणाम स्वरूप लगभग 30 गांव पूरी तरह से अंधेरे में डूब गए हैं । ग्रामीण मोमबत्ती तलाश रहे अथवा कहीं से डीजल मांग कर लैंप जला कर प्रकाश करने की व्यवस्था कर रहे है।