नशा,आत्महत्या,चरित्रहीनता जैसी सामाजिक बुराइयों के मूल में अविद्या— लखन लाल आर्य
अभय प्रताप सिंह
महरौनी (ललितपुर)– समाज मे व्याप्त सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के क्रम में आर्य समाज एवं कुशवाहा समाज की पहल पर ग्राम साढूमल निवासी रमेश,रामकिशोर कुशवाहा के पूज्यनीय पिता बारेलाल कुशवाहा के निधन पर मृत्यु भोज के स्थान पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
आर्य समाज के प्रधान मुनि पुरुषोत्तम वानप्रस्थ ने कहा कि आत्मा की शांति के नाम पर तेरह दिनों तक मनमानी क्रियाएं जैसे गंगादि में आस्थियों का विर्सजन,मृतक श्राद्ध,गयाजी में पिंडदान सभी अवैदिक कृत्य हैं ।
संचालन करते हुए आर्य समाज के मंत्री आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य ने कहा कि युवा पीढ़ी में बढ़ती हुई नशाखोरी, चरित्रहीनता,आत्महत्या जैसी सामाजिक बुराईयों के मूल में अविद्या हैं इसलिए हम सभी को अपनी युवा पीढ़ी को सुशिक्षित व सुसंस्कारित करना होगा। जीवित माता पिता की सेवा करना ही सच्चा श्राद्ध हैं।
श्रद्धाजंलि सभा मे धर्मेंद्र कुशवाहा झाँसी, ब्लाक प्रमुख चन्द्रदीप रावत,मनोज कुशवाहा जिला पंचायत सदस्य,डॉ सुरेश पंथ,प्यारे लाल कुशवाहा, जिलाध्यक्ष रतिराम कुशवाहा,हीरालाल कुशवाहा शिक्षक,मोतीलाल कुशवाहा शिक्षक,सुमन मौर्या,देशराज कुशवाहा,सोनू कुशवाहा पठा, बालकिशन कुशवाहा गौना,पुनु लाल कुशवाहा,परम् कुशवाहा महरौनी, कोमल कुशवाहा,वृंदरावन कुशवाहा बहादुरपुर,सहित अनेक लोगों ने श्रद्धाजंलि दी।
संचालन आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य एवं आभार रामकिशोर कुशवाहा ने जताया।