कदौरा जालौन, हर बर्ष की तरह इस बर्ष भी कस्बे में स्तिथ चतेला तिराहे के पास दरगाह हाजी हजरत अनवर अली का 31 वा दो दिवशीय उर्स का आगाज हो गया,
जिसमें नामी ग्रामी फ़नकारों (कव्वालों) ने अपने कलाम पेश कर शमा बंधा,हालांकि की बीते दो बर्षो से देश मे फैली महामारी के दौरान उर्स का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था,जिसको फिर से शुरू किया गया
शनिवार को बड़ी धूमधाम से हजरत हाजी अनवर अली शाह रहमत उल्ल अलैह का दो दिवशीय उर्स मनाया गया,लोगो की माने तो बाबा की दरगाह आस्था का प्रतीक है जिसमे सभी धर्मों के लोग चादर चढ़ाते है और मन्नते मागते है,और मन्नत पूरी हो जाने के बाद दरगाह में आकर माथा टेकते है और मिष्ठान बाटते है,
उर्स के दौरान कव्वालों ने बाबा की शान में क़व्वाली पेश की जिसमें फैजाबाद से चलकर आये नसिर आजाद ने अपने कलाम ख्वाजा करम करना पढ़कर शमा बाधा वहा मौजूद अक़ीक़दमंद क़व्वाल की क़व्वाली सुन झूम उठे,वही मंच पर दुशरी तरफ मौजूद क़व्वाल दिल्ली से चलकर आये नाजिर अली क़ादरी ने अपने कलाम एक नजर इधर भी बाबा पड़ खूब वाह वाही लूटी,और उनको फूल माला पहनाकर हौशला अफजाई की,
आज की जबाबी क़व्वाली का मुकाबला अशोक जख्मी बनारस, व कौशर वारसी मुम्बई के बीच होगा
कार्यक्रम में मौजूद विधायक प्रतिनिधि आशु चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसे आयोजन कौमी एकता के संदेश देते है,समय समय से ऐसे आयोजन जरूर होना चाहिए जिसमें सभी लोग एक जुड़ता दिखाई दे
उर्स के दौरान हजारो की संख्या लोगो की मौजुदगी रही उनके खाने, पीने व ठहरने की व्यवस्था कमेटी की ओर से की गई,और गांव में मेला भी लगाया गया,जिसमे बच्चो के मनोरंजन के साथ साथ, महिलाओ की खरीदारी के लिए बाहर से आए दुकानदारो ने दुकाने भी लगाई गई
इस दौरान,राजेश गुप्ता,शाहिद खान,रहीस अहमद, राजन सेंगर,मोनू अफजाल अहमदशीबू,इदरीस खान,रंजे,लाला,शोले भाई, इस्तियाक खान,सकील खान,इमाम खान बब्बू,सगीर खान,चाँद खान,अनीस राईन, राम सिंह,आफताब अहमद, जियाउद्दीन,राज खान,मेजान खान,भूरा,आदि मौजुद रहे