बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन(उरई) । उमस भरी गर्मी में अंधाधुंध कटौती हो रही है।अंधाधुंध कटौती के साथ लुका-छिपी का खेल चल रहा है। बिजली कटौती ने लोगों की रातों की नींद हराम कर दी तथा दिन सुकून छीन लिया है।अंधाधुंध बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। मौसम बदलाव के बाद बिजली की व्यवस्था में सुधार हुआ है। तापमान गिरने के साथ ही बिजली कटौती कम हो गयी थी। जैसे ही उमस भरी गर्मी शुरू हुई बिजली कटौती व लुका-छिपी ने नगरवासियों को परेशान कर दिया है।लोगों को परेशानी इस बात की है कि नगर व ग्रामीण क्षेत्र में कटौती का कोई समय नहीं है। बिजली कब जायेगी कितनी देर के लिए जायेगी। इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी नहीं रहती है। सोमवार व मंगलवार को नगर की बिजली ने लोगों के साथ जमकर लुका-छिपी का खेल खेला। बिजली की कटौती के कारण जल संस्थान की पानी की टंकी नहीं भर पा रही है। लुका-छिपी के चलते लाइनें भी चार्ज नहीं हो पा रही है। इसके कारण हर मोहल्ले में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। एक तरफ नींद पूरी नहीं हो पा रही तो दूसरी तरफ सुबह होते ही लोग पानी भरने के लिए परेशान होने लगते हैं।उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती के चलते लोगों का धैर्य टूटता नजर आ रहा। लोगों बिजली पानी के लिए सड़क पर उतर सकते हैं। बिजली कटौती कहीं कानून व्यवस्था के लिए चुनौती न बन जाय।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी अंधाधुंध कटौती
जालौन। नगर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ध्वस्त है।ग्रामीण क्षेत्र बिजली कटौती का आलम यह है कि इनवर्टर चार्ज नहीं हो पा रहे हैं तथा गांव में 8-10 घंटे बिजली आपूर्ति हो पा रही है। ग्रामीण राजकुमार बाथम, महावीर शरण शर्मा अकोढ़ी, बबलू लंबरदार पहाड़पुरा, कैलाश बाबू चैधरी, श्याम मोहन काका, महेश निरंजन, चंद्र प्रकाश नायक, योग बाथम, निखिल बाथम, चेतन पटेल गायर, राजेश बाथम रूरा मल्लू कहते हैं बिजली कटौती ने सामान्य जन जीवन प्रभावित कर दिया है।
एस डी ओ कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि इमर्जेंसी रोस्टिंग लोकल स्तर से नहीं होती है। इसमें उनके स्तर कुछ भी संभव है। जो बिजली मिल रही है वह दी जा रही है।ट्रिपिंग ओवरलोडिगं की बजह से हो रही है