0 मतदान बहिष्कार की खबर के बाद अधिकारियों की टीम पहुंची थी गांव
0 ग्रामीणों की थी मांग रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा किया था बुलंद
कुठौंद (जालौन)। विधानसभा चुनाव सामान्य निर्वाचन को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन का योगदान आज तक के इतिहास में सबसे काबिले तारीफ है। विकासखंड जालौन थाना सिरसा कलार के ग्राम जगतपुरा अहीर के मतदाताओं ने अचानक मतदान करने का बहिष्कार कर दिया। मामले की सूचना पाकर प्रशासन में हड़कंप मच गया बगैर समय गंवाये प्रशासनिक अमला जगतपुरा अहीर के लिए कूच कर वहां की स्थिति को नियंत्रण में किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम जगतपुरा अहीर के ग्रामीण राजनैतिक जनप्रतिनिधियों से लंबे समय से हदरुख से जगतपुरा अहीर तक दुर्दशा ग्रस्त मार्ग की मरम्मत की मांग करते चले आ रहे जिसे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने सदैव नजरअंदाज ही किया जिसके परिणाम स्वरूप आज सुबह ग्रामीणों की ज्वालामुखी धधक उठी और उन्होंने मतदान न करने का ऐलान कर दिया। मामले की सूचना पीठासीन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को दी उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर जिला अधिकारी पूनम निगम के नेतृत्व में असीम चैधरी अपर पुलिस अधीक्षक, जिला कृषि अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, उप जिलाधिकारी जालौन अंकुर कौशिक थानाध्यक्ष सिरसा कलार अजय सिंह, खंड विकास अधिकारी जालौन ओम प्रकाश द्विवेदी समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे मामले की गंभीरता को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को भी मौके पर बुला लिया गया। ग्रामीणों का क्रोध सातवें आसमान पर था उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त की लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने ग्रामीणों के समक्ष अपनी सफाई देते हुए कहा उक्त मार्ग का निर्माण स्वीकृत हो चुका है 10 मार्च के बाद प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। यह सुखद समाचार सुनकर ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई काफी समझाने के बाद दोपहर 1 बजे ग्रामीण मतदान करने को राजी हो गए खंड विकास अधिकारी जालौन की कुशल नीति के चलते मतदान शुरू हो गया देखते ही देखते मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी लाइन लग गई तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
फोटो परिचय—-
ग्रामीणों को समझाते एएसपी असीम चैधरी।