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खंडहर बताते हैं इमारत कभी बुलंद थी

0 पांच सौ वर्ष पुरानी काली हवेली पुरातत्व विभाग की अनदेखी के चलते अवैध कब्जा धारियों के चुंगल में
0 खजाने के लालची जेसीबी से कर रहे खुदाई नगर वासियों ने अतिक्रमण कारियों से बचाने की लगाई गुहार

कालपी(जालौन)। नगर में स्थित प्राचीन काली हवेली जो पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है एक समय उक्त इमारत स्थापत्य काल की नायाब धरोहर थी। परन्तु वर्तमान समय में उक्त बेमिसाल हवेली जो पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है जिनकी अनदेखी के चलते भू माफियाओं अराजक तत्वों के चुंगल में इतनी बुरी तरह जकड़ी है जो बेखौफ तरीके से ध्वस्त करने में लगे हैं। जहां एक ओर उसे ध्वस्त किया जा रहा है और प्लाट बना बना कर बेचा जा रहा है वहीं अराजकतत्वों द्वारा धन के लालच में जेसीबी द्वारा खोदकर नष्ट किया जा रहा है।
ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगर कालपी के मुहल्ला दमदमा स्थिति विशाल काली हवेली को मुहल्ला के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा उक्त किले रूपी हवेली को बुल्डोजर द्वारा ध्वस्त कर प्लाट कर नुमाइशी बैनामा तथा अन्य प्रकार से विक्रय किया जा रहा है। कुछ नाम भी सामने आ रहे हैं जिनमें पप्पू मेम्बर मु,कमर,कमाले, फखरूद्दीन, आदि क्रेता गण उस पर नुमाईसी बैनामा तथा अन्य प्रकार से लिखित इकरार के आधार पर बिक्रय कर रहे हैं जिसपर अवैध मकानों का निर्माण जारी है।नगर के जागरूक नागरिकों गुलफाम,इकलाख अंसारी, नसीम,साहिद,खालिक, मुन्ना,
मु, इरफान नरेंद्र सिंह, रमेश सोनकर आदि ने उपजिलाधिकारी कालपी तथा माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार तक लिखित रुप से प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराते हुए मांग की है कि उक्त ऐतिहासिक इमारत जो पुरातत्व विभाग के अधीन है उसे बचाया जाय संरक्षित किया जाए।साथ ही तमाम नगर वासियों ने उस पर हुए अवैध कब्जों से मुक्त कराने की गुहार लगाई है।

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