माधौगढ़ (जालौन)। शिक्षा के मंदिर में ऐसा कृत्य! शायद ही किसी ने कल्पना की हो,खासकर उन अभिभावकों ने तो कतई नहीं की होगी जो अपने बच्चों को विद्यालय में पढ़ाने के लिए भेजते होंगे। स्कूल समय शराब की बोतलें टकराई जा रही हों, हेडमास्टर से लेकर पूरा स्टॉफ शराब पीने में मस्त हो तो उस विद्यालय की क्या दशा होगी? शब्दों में कहना मुश्किल होगा।
मामला होली के पहले रामपुरा ब्लॉक के धरमपुरा गांव का है, जिसके जूनियर विद्यालय में तैनात हेडमास्टर अशोक कुमार,़ सहायक अध्यापक शैलेन्द्र उर्फ शीपू विद्यालय समय में ही शराब की बोतल खोलकर महफिल जमाये हैं। जिस वक्त यह सब हो रहा था, किसी ने वीडियो बना लिया। बल्कि वीडियो की तीन क्लिप हैं,एक क्लिप में हेडमास्टर से लेकर सभी स्टॉफ शराब की बोतल खोलकर गिलासों में शराब पीते दिख रहे हैं,बार की तरह सिगरेट, प्याज व नमकीन से प्लेटें सजी हुई हैं। दूसरी क्लिप में अध्यापक नशे में धुत सड़क पर पड़े हैं। जबकि तीसरी क्लिप में स्कूल में तैनात अध्यापक हरिओम अपनी पुरानी गैरहाजिरी के हस्ताक्षर एक ही दिन करते दिख रहे हैं। यानि पूरा विद्यालय विभाग की नाक कटाने पर आमादा है।
योगी सरकार सभी विभागों के अक्षम और आचरण में गलत कर्मचारियों की स्क्रीनिंग कर जबरन घर भेजने पर जोर दे रही है। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी ज्ञानचंद अवस्थी पूरे मामले पर पर्दा डालते दिख रहे हैं। स्कूल परिसर की घटना होने से ही साफ इंकार करते हुए, शराब प्रकरण को एक साल पुराना बता दिया। ऐसी स्थिति में नौनिहालों का भविष्य कितना सुरक्षित हाथों में है यह तो सरकार और प्रशासन तय करे। फिलहाल तो समाजसेवी इस मामले को न्यायालय तक ले जाने पर विचार कर रहे हैं। क्योंकि विभाग सिर्फ निलंबन की कार्यवाही करके खानापूर्ति करेगा और कुछ दिनों बाद ऐसे अध्यापकों की बहाली हो जाएगी।
फोटो परिचय—
षराब के जाम बनाते शिक्षक।