अभय प्रताप सिंह
महरौनी(ललितपुर)– महर्षि दयानन्द सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वाधान में संयोजक आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य द्वारा आयोजित ऑनलाइन वेविनार में वेद ही क्यों ? विषय पर आर्य जगत के विद्वान आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री आगरा ने प्रवचन करते हुए कहा कि वेद परमात्मा की वाणी है जिसमें मनुष्य उपयोगी समस्त ज्ञान विज्ञान भरा हुआ है,वेद का अर्थ है ज्ञान । इसीलिये महर्षि दयानंद सरस्वती ने कहा था वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है वेद का पढ़ना पढ़ाना और सुनना-सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है। वेद को पढ़ने अधिकार सभी को है।
सुप्रसिद्ध भजनोपदेशिका कविता आर्या एवं स्वस्तिक त्रिपाठी राऊरकेला उड़ीसा,दया आर्या हरियाणा ने प्रभु भक्ति भजन सुनाएं।
वेविनार में डॉ यतीन्द्र कटारिया शिक्षक धनौरा,वासुदेव त्रिपाठी,योगेंद्र शास्त्री निर्मोही मुंबई,आचार्य सदानंद सोनीपत, सहित सैकड़ों आर्य जन देश विदेश से धर्म लाभ उठा रहे।
संचालन संयोजक आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य एवं आभार बृजेन्द्र नपित शिक्षक ललितपुर ने जताया।