0 1986 में डीवीसी में लड़े थे पहला छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव
0 1995 व 2006 में जिला पंचायत सदस्य पद पर हुये थे निर्वाचित
कोंच(जालौन)। सूबे में होने जा रहे विधानसभा आम चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा समेत विपक्षी दल सपा, बसपा, कोग्रेस समेत अन्य कई छोटी पार्टियां अपने प्रत्याशी चयन में तमाम समीकरण साधकर प्रत्याशी घोषित करने में लगीं हुईं हैं। भाजपा ने काफी समय लेकर सोच समझकर वर्तमान विधायक मूलचंद्र निरंजन को एक बार पुनः कोंच माधोगढ़ विधानसभा क्षेत्र से अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। शिक्षक एवं कृषक क्षेत्र से जुड़े मूलचंद्र निरंजन इससे पूर्व में आम जनता के मत से सीधे जुड़े तकरीबन 5 छोटे बड़े चुनाव में जीत दर्ज कर अपना डंका बजबा चुके हैं और यह उनकी लोकप्रियता ही एक बार पुनः टिकट मिलने का बड़ा कारण रही है। 2017 के विधानसभा चुनाव में एक लाख से ऊपर मत प्राप्त कर धमाकेदार जीत हासिल कर विधायक बनने वाले मूलचंद्र ने सबसे पहले वर्ष 1986 के करीब जिले के प्रतिष्ठित दयानंद वैदिक महाविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्होंने जीत दर्ज कर अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया था। इसके बाद वर्ष 1995 के करीब उन्होंने जिला पंचायत क्षेत्र खकसीस से सदस्य पद का चुनाव लड़ा और चुनाव में बड़ी जीत हासिल की। वर्ष 2006 के करीब मूलचंद्र ने क्षेत्र बदलकर पहाड़गांव से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और पुनः भारी बहुमत से चुनाव में जीत दर्ज की। इससे पूर्व वह जेडीसी बैंक के संचालक पद के चुनाव में भी कूंदे और हमेशा की तरह इस चुनाव में भी जीत हासिल की। उधर जिला संगठन में भी मूलचंद्र ने जिलाध्यक्ष जैसे सबसे बड़े पद पर काबिज रहकर संगठन में अपनी धाक जमायी। मूलचंद्र ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी कार्य किया। विधायक रहते मूलचंद्र ने कोंच क्षेत्र में दशकों से लंबित पड़े तमाम कामों को मंजूरी दिलाकर विधानसभा के बीहड़ क्षेत्रों में सड़क, पुल, नाले, पुलिया जैसी मूलभूत सुविधाओं की सौगात क्षेत्रवासियों को दी जिससे उनकी प्रत्याशिता को बल मिला।
फोटो परिचय—
मूलचंद्र निरंजन।