
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। रामलीला के तत्वावधान रामलीला भवन में चल रही रामलीला मंचन में चौथे दिन जनक बाजार व पुष्प वाटिका की लीला का मंचन किया गया। जिसमें सखियों द्वारा किया गया संवाद सराहनीय रहा। तो वहीं जनक बाजार का दृश्य भी दर्शनीय रहा।
नगर में 177वें रामलीला महोत्सव के चौथे दिन जनक बाजार तथा पुष्प वाटिका की लीला का भव्य मंचन किया गया। रामलीला मंचन के प्रथम दृश्य में वन भ्रमण के दौरान प्रभु श्रीराम द्वारा किए गए अहिल्या उद्धार के बादविश्वामित्र द्वारा राम और लक्ष्मण को जनकपुर में घूमने का आदेश दिया जाता है। जब जनकपुर में भ्रमण के लिए राम-लक्ष्मण निकलते हैं, तो उन्हें देखकर सखियां आपस में बातें करती हैं। सखियों का यह संवाद विशेष सराहनीय रहा। तो वहीं जनक बाजार का अवलोकन करने पहुंचे प्रभु श्रीराम ने रामलीला भवन में बने अस्थाई बाग का अवलोकन किया। इस दौरान दुकानदारों ने अपनी दुकानें भी सजाईं। विष्णु अग्रवाल ने मेवा, मिष्ठान व किराना की दुकान, भोला पुरवार ने नमकीन व फल की दुकान, हर्ष अग्रवाल ने कपड़े की दुकान लगाई। इसके अलावा अन्य सामानों की दुकानें भी सजाई गईं। जिनका राम व लक्ष्मण ने भ्रमण कर स्वाद लिया। लीला मंचन में मुनि विश्वामित्र उमेश दुबे, श्रीराम की भूमिका में मनोज तिवारी व लक्ष्मण सीपू पाराशर, जानकी बृजेश शर्मा, जनक रमेश दुबे, ब्राह्मण देवता प्रयाग गुरु, मालिन बनी तितली रानी व काजल ने अपने अभियन के जौहर दिखाए। हास्य अभिनेता टिल्लू मस्ताना ने हास्य की प्रस्तुति व जादूगर की भूमिका में तालियां बटोरीं। रामलीला में व्यवस्थाओं को पवन चतुर्वेदी, मंगल चतुर्वेदी, शशिकांत द्विवेदी, राजकुमार मिझौना आदि ने सहयोग किया।



