
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। डीसीएम में पशुओं को क्रूरता से बांधकर उन्हें बेचने के लिए सिरसागंज ले जा रहे दो व्यक्तियों को पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने दो तमंचा, छह कारतूस, दो मोबाइल व 2600 रुपये नकद बरामद किए हैं। जबकि मौके से दो आरोपी भाग निकले। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है। जबकि 14 गोवंशीय पशुओं को गोशाला में संरक्षित किया गया है।

कोतवाल अजय ब्रह्म तिवारी को सूचना को सूचना मिली कि लौना रोड पर एक डीसीएम में गोवंशीय पशुओं को तस्करी के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की ओर ले जाया जा रहा है। पशुओं को क्रूरतापूर्वक डीसीएम में बांधा गया है। सूचना मिलते ही उन्होंने एसआई मनीष तिवारी को कांस्टेबल राहुल सिंह, विकास कुमार, जितेंद्र सारस्वत व शुभम सिसौदिया के साथ मौके पर भेजा। पुलिस छानी खास पेट्रोल टैंक के आगे डीसीएम का इंतजार करने लगी। कुछ देर बाद जब डीसीएम वहां से निकली तो पुलिस ने उसे रोका। पुलिस को देखते ही दो व्यक्ति डीसीएम से उतरकर भाग निकले। जबकि पुलिस ने इब्राहीम व सलमान मोहल्ला पुरावली दरवाजा तकिया लखना, थाना बकेबर जनपद इटावा को उतारकर जब उनसे गाड़ी के कागजात मांगे तो वह कागजात नहीं दिखा सके। तलाशी में पुलिस ने दोनों के पास से दो तमंचा, छह कारतूस, 2600 रुपये नकद व मोबाइल फोन बरामद किए। डीसीएम की तलाशी में 14 गोवंशीय पशु बेरहमी से बांधे हुए मिले। जिनके मुंह से लार व झाग निकल रहा था। पुलिस ने डीसीएम को कोतवाली लाकर खड़ा कराया और डीसीएम में लादे गए पशुओं को हीरापुर स्थित गोशाला में भेजा गया। पूछने पर आरोपियों ने बताया कि बताया कि वह गांवों और अन्य स्थानों पर आवारा गोवंशों को पकड़कर उन्हें फिरोजाबाद के सिरसागंज बाजार में ले जाकर बेच देते है। इन पशुओं को भी वह बेचने के लिए सिरसागंज ले जा रहे थे। तभी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। भागने वालों में एक व्यक्ति छविराम निवासी छानी खास है और दूसरा डीसीएम का मालिक है, जिसका नाम पता उन्हें मालूम नहीं है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम व आर्म्स एक्ट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया है।



