
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। खुल गए सारे ताले वाह क्या बात हो गई, जबसे जन्मे कन्हैया करामात हो गई की गूंज के साथ नगर के श्रीकृष्ण मंदिरों में और भक्तों के घरों में भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य दिवस जन्माष्टमी के रूप में मना श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया गया। भक्तों ने भगवान के प्राकट्य दिवस के मौके पर घरों में झांकी सजाई और पकवानों का भगवान को भोग लगाया। साथ ही प्रसाद वितरण किया गया।
भगवान श्रीकृष्ण का प्रकटोत्सव शनिवार को मध्य रात्रि में शुभ मुहूर्त में तमाम भक्तों ने घरों व अखंड परमधाम मंदिर,, श्रीवीर बालाजी हनुमान मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, बंबई वाला मंदिर, लालजी दास मंदिर, चौकी व कोतवाली परिसर स्थित मंदिर, राम जानकी मंदिर सिहारी दाउदपुर, मकरंदपुरा, उदोतपुरा, अकोढ़ी, हरीपुरा आदि गांवों राधा-कृष्णों मंदिरों में जन्माष्टमी के रुप में मनाया गया। इस मौके पर मंदिरों को आधुनिक बिजली उपकरणों और प्राकृतिक व कृत्रिम फूलों से सजाया गया। द्वारिकाधीश मंदिर और बम्बई वाले मंदिर व परवई वाले मंदिर में इस मौके पर अद्भुत झांकियां सजाई गई थी। मंदिरों में सजाई गई झांकियों को देखने वाले भक्तों की शाम से ही भीड़ जुटने लगी थी। घड़ी ने जैसे ही मध्य रात्रि में 12 बजने के संकेत दिए वैसे ही मंदिरों में शंख, झालर, ढोल, घंटे की ध्वनि के साथ भय प्रकट कृपाला दीन दयाला की गूंज सुनाई देने लगी। भक्तों ने भगवान को पंचामृत में स्नान कराकर चंदन, इत्र लगाकर उनका श्रृंगार किया और घर में व्यजनों, फलों, मिष्ठान, सिटोरा तथा खीरा का भोग लगाया। भोग के बाद बने प्रसाद को भक्तों में वितरित किया गया। जन्मोत्सव के इस पावन अवसर पर नगर और गांवों के मंदिरों में देर रात तक भक्ति और उल्लास का माहौल बना रहा। महंत दयानंद गिरि महाराज, मनोज श्रीवास्तव, शंकर सिंह, अजय पाल सिंह, महेश, कृष्ण पाल, अमित, रमेश, रंधीर, देवेंद्र आदि ने आयोजन में सहयोग किया।