अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के विरोध को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा व दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के विरोध और अन्य नीतियों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा व दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपकर अमेरिकी दबाव न आने की मांग की है।
ट्रेड यूनियन के सदस्य कामरेड आशाराम, शिवबालक बाथम, खलील, रामऔतार दोहरे, रामकिशोर, सुरेश कुमार फूल सिंह आदि ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम विनय कुमार मौर्य को सौंपकर बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाया है। भारत को टैरिफ धमकियों को अस्वीकार करना चाहिए और रूस सहित सभी देशों के साथ व्यापार करने के अपने संप्रभु अधिकार का दावा करना चाहिए। भारत को संसद में अनुमोदन के बिना यूकेसीईटीए की तुरंत समीक्षा और संशोधन करना चाहिए। कॉर्पाेरेट शोषण को रोकने के लिए अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की आगे की बातचीत रोक दी जानी चाहिए। अमेरिका से अब कोई गुप्त व्यापार समझौते नहीं किए जाएं और भविष्य के सभी समझौतों की पूर्ण संसदीय जांच की जाए और और सार्वजनिक परामर्श किया जाए। ईस्ट इंडिया कंपनी ने व्यापार के माध्यम से भारत का उपनिवेशीकरण किया और आज सीईटीए और अमेरिकी व्यापार समझौते कॉर्पाेरेट साम्राज्यवाद के नए हथियार हैं। इसके इन्हें जड़ से उखाड़ फेंका जाए। उहोंने मांग करते हुए कहा कि सभी मांगों पर विचार कर जल्द समाधान किया जाए।



