
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। उत्तराखंड में महिला की हत्या कर शव झील में फेंक देने के मामले में करीब एक माह से फरार चल रहे 25 हजार रुपये इनाम के घोषित आरोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
डकोर थाना क्षेत्र निवासी ऋषि तिवारी ने बीती 10 जून को कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी पत्नी पुष्पा तिवारी जालौन से डकोर ससुराल जाने की बात कहकर निकली थी। लेकिन नौ जून को उसके पास उत्तराखंड पुलिस का फोन आया था कि उसकी पत्नी का शव झील में मिला है। इससे पूर्व सात जून को पत्नी ने फोन कर बताया था कि अंिभषेक उसकी हत्या कर सकता है। इस मामले में आरोपी तभी से फरार चल रहा था। जिस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। मंगलवार की रात करीब साढ़े नौ बजे कोतवाल अजीत सिंह को सूचना
मिली कि आरोपी सातमील के पास कहीं बाहर भागने की फिराक में खड़ा है। सूचना मिलते ही उन्होंने एसएसआई गौरव मिश्रा, कांस्टेबल विकास कुमार व कुमर पाल के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पुलिस की पूछतांछ में बताया कि वह दिल्ली के एक होटल में काम करता है। इससे पूर्व जब वह गांव में रहता था, तब उसने ऋषि ऋषि तिवारी के बच्चों को लगभग दो वर्षों तक ट्यूशन पढ़ाई थी। उसी समय वह ऋषि तिवारी की पत्नी पुष्पा तिवारी से संपर्क में आ गया था। पुष्पा दो महीनों से फोन कर उसके साथ चलने की जिद कररही थी, लेकिन शादीशुदा होने के कारण वह इंकार कर रहा था। इसके बाद भी वह दिल्ली आ गई, तो उसने छुटकारा पाने की योजना बना ली। वह उसके साथ घूमने के बहाने उत्तराखंड गया। जहां देहरादून, ऋषिकेश और मसूरी होते हुए पांच जून को नैनीताल पहुंचा। अगले दिन छह जून की शाम को वह भमताल पहुंच गए। जहां एक होटल में कमरा किराये पर लिया। उसी रात दोनों ने मिलकर शराब पी। नशे की हालत में पुष्पा अपने पति को फोन कर बच्चों से बात कराने की जिद करने लगी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। रात लगभग एक बजे वह पुष्पा को झील की सीढ़ियों तक टहलाने के लिए ले गया। जहां विवाद और बढ़ गया। उसने नशे की हालत में पुष्पा को झील में धक्का देकर उसे दबा दिया। जब वह छटपटाई तो पुष्पा की टीशर्ट उसके हाथ में आ गई। जब उसने देखा कि पुष्पा की मौत हो गई है तो वह टीशर्ट झील मूें ही फेंककर वहां से निकल आया। पुलिस ने पकड़े गए हत्या के आरोपी को न्यायालय मंे पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।