अमित गुप्ता
कालपी जालौन विद्युत विभाग कालपी के उपखंड अधिकारी आदर्श राज की मौजूदगी में बिभिन्न स्थानो में उपभोक्ता सहायता शिविरों का आयोजन किया गया।बिभागीय अधिकारियों ने घरेलू, किसानों एवं वाणिज्यिक विद्युत उपभोक्ताओं के हितों के लिये 15 जुलाई तक चलाई जा रही एकमुश्त समाधान योजना की खूबियों को गिनाते हुते विभाग के द्वारा बकाया विधुत विलो में विलों में छूट का लाभ लेने के लिये जागरूक किया गया।
यहां इस योजना का लाभ बकाया बिल के कारण उपभोक्ताओं पर दर्ज एफ आई आर को समाप्त करने की सरल प्रक्रिया लागू कर एफआईआर खत्म कर समाधान किया जाए तो उक्त योजना में सभी को लाभ मिलेगा।
पावर कारपोरेशन के द्वारा चलाई जा रही एक मुश्त समाधान योजना में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अंतिम तारीख 15 जुलाई तक बढ़ाई गई थी । इसी को मद्देनजर रखकर विभाग के द्वारा अवर अभियंता राजेश शाक्य की मौजूदगी में उपभोक्ता सहायता शिविर का आयोजन किया गया। ग्राम उसरगांव में आयोजित शिविर में उपखण्ड अधिकारी आदर्श राज ने ओटीएस योजना के लाभ के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर उपभोक्ताओं को बताया कि किसानों के नलकूप संयोजन दिलों में 100% ब्याज की छूट दी गई है। इसी प्रकार तक घरेलू उपभोक्ताओं के बिलों में भी 100% ब्याज की छूट दी गई है ।
उन्होंने कहा कि योजना में शामिल होने वाले उपभोक्ताओं को अपने विधुत बिल की धनराशि की अदायगी आसान किस्तों में करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। एसडीओ आदर्श राज ने बताया कि उपखंड क्षेत्र के आने वाले कालपी,उसरगांव,, महेवा तथा नियामतपुर के विद्युत सब स्टेशनों तथा प्रमुख स्थानों में विभागीय कर्मचारियों के द्वारा प्रत्येक दिन अलग-अलग दो स्थानों में शिविर लगाकर योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है।बिभागीय सूत्रों के मुताबिक उपखण्ड क्षेत्र के अंतर्गत 13025 बकायेदार उपभोक्ताओं को ओटीएस योजना में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन 50प्रतिशत भी उपभोक्ता योजना में शामिल नहीं हो सकें है। योजना का समय और बढ़ाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक उपभोक्ता इसका लाभ उठा सकें। अधिकारी तथा कर्मचारियों के द्वारा योजना के लिए बहुत मेहनत की गई इसमें कोई शक नहीं है इतना जोर लगाया गया फिर भी भी वह सफलता नहीं मिली जो मिलना चाहिए इसलिए शासन प्रशासन से उपभोक्ताओं के हित में अनुरोध है कि योजना का समय और बढ़ाया जाए और एफआईआर वाले उपभोक्ताओं के लिए भी कोई ऐसी सरल प्रक्रिया लाई जाए कि वह भी इसका लाभ एक ही स्थान पर पा सकें।