जालौन

ठेकेदार का लाखों का भुगतान लटकने पर परिवार सहित धरने पर बैठा 

 

बी डी ओ बोले मामले की जाँच कर कराएँगे समस्या का समाधान

पीड़ित बोला भुगतान न हुआ तो करेंगे आमरण अनशन

बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन। आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण का टेंडर पाने वाली फर्म द्वारा कार्य पूरा करने के बाद बाद भी फर्म को भुगतान नहीं किया जा रहा है। परेशान कांट्रेक्टर ने बीडीओ को शिकायती पत्र देकर शीघ्र भुगतान कराने की मांग की है। भुगतान को लेकर कांट्रेक्टर परिवार सहित बीडीओ कार्यालय के बाहर परिवार सहित धरने पर बैठ गया। बाद में बीडीओ ने मामले की जांच का आश्वासन दिया। वहीं, भुगतान न होने पर पीड़ित ने पूरे परिवार के साथ आमरण अनशन करने की घोषणा की है।
विकास खंड के गांवों में आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सामुदायिक शौचालयों का निर्माण होना था। इसके लिए ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम सालाबाद, क्यामदी (देवरी) एवं खर्रा में आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए वर्ष 2020-21 में कोंच तहसील के कैलिया की फर्म मैसर्स वीके जाटव कांट्रेक्टर एंड सप्लायर्स को मिला था। फर्म के कांट्रेक्टर वीके जाटव के संचालक बृजकिशोर निवासी कैलिया ने बताया कि तीनों गांवों में आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण का टेंडर उन्हें 24 लाख रुपये में मिला था। जिसमें सालाबाद केंद्र के निर्माण का रनिंग पेमेंट 2 लाख 50 हजार रुपये, क्यामदी (देवरी) केंद्र का 3 लाख रुपये एवं खर्रा के केंद्र का 3 लाख 80 हजार रुपये का भुगतान मिल चुका है। शेष 17 लाख 70 हजार रुपये का पेमेंट अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। जबकि आंगनबाड़ी केंद्रों को निर्माण हुए लगभग एक वर्ष हो चुका है। उसने नए ग्राम प्रधानों की शपथ के बाद आंगनबाड़ी केंद्र ग्राम पंचायतों के हैंडओवर भी कर दिए थे। बताया कि उक्त सभी कार्य अवर अभियंता आरईएस वर्षा वर्मा की देख रेख में हुए थे। इसी प्रकार ग्राम खर्रा में सामुदायिक शौचालय के निर्माण का 1 लाख 50 हजार रुपये बकाया है। उन्होंने निर्माण सामग्री अपनी ओर से क्रय की थी। अब लगभग एक वर्ष का समय होने के बाद भी उधारी न चुका पाने से मैटेरियल विक्रेता उन्हें परेशान कर रहे हैं। जिसके चलते वह परेशान हैं। पीड़ित का आरोप है कि गांवों में तैनात सचिव मनीष निरंजन व किरन रावत उसके बकाया पेमेंट का भुगतान नहीं कर रहे हैं। बल्कि उसे परेशान कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। उसका पूरा परिवार सदमे में हैं। उसके पेमेंट का भुगतान न होने के चलते वह शुक्रवार की दोपहर करीब 12 बजे बीडीओ कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गया। इसकी जानकारी जब तकिया मैदान पर मौजूद बीडीओ संतराम को मिली तो वह मौके पर पहुंचे और कांट्रेक्टर से मामले की जानकारी ली। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। वहीं पीड़ित कांट्रेक्टर ने बताया भुगतान न होने और प्रधान व सचिवों के कार्यशैली व दबाव से वह परिवार का भरण-पोषण करने में असमर्थ है। शीघ्र भुगतान न होने पर वह ब्लॉक कार्यालय में परिवार सहित आमरण अनशन करेगा। इस संदर्भ में बीडीओ संतराम ने बताया कि कांट्रेक्टर ने पेमेंट न मिलने का आरोप लगाया है। वह सचिवों को बुलाकर मामले की जानकारी लेंगे। जांच के उपरांत जो उचित होगा कार्रवाई की जाएगी।

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