कोंच(जालौन)। मंगलवार को अक्षय तृतीया एवं भगवान परशुराम के प्राकट्योत्सव अवसर पर विप्र समुदाय ने धार्मिक अनुष्ठान के बीच उनका पूजन-अर्चन किया और ब्राह्मण समुदाय से ‘सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया‘ की अवधारण के साथ ब्राह्मणोचित कार्यों में सन्नद्ध रहते हुए बच्चों में अच्छे संस्कार डालने की अपेक्षा जताई गई। इसके अलावा ब्राह्मण घरों में भी श्रीहरि के छठे अवतार जमदग्नेय परशुराम का प्राकट्योत्सव श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
ब्राह्मण महासभा परिसर स्थित भगवान परशुराम मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में भगवान परशुराम का अभिषेक व हवन पूजन किया गया। तदोपरांत समाज के बुजुर्गों और युवाओं नेे संदेश दिया कि ब्राह्मणेत्तर गतिविधियों को तिलांजलि देकर संस्कारित जीवन जिएं ताकि विप्र समाज के आहत गौरव को पुनः प्रतिष्ठित किया जा सके। पं. ब्रजमोहन तिवारी, पं. रमेश पटैरिया, पं. सुधाकर चतुर्वेदी, पं. अनुरुद्ध मिश्रा द्वारा भगवान परशुराम का अभिषेक हवन पूजन कराया गया। इस अवसर पर सर्वाचरण वाजपेयी, कार्यकारी अध्यक्ष अलिकेश अवस्थी, धर्मेंद्र बबेले, राघवेंद्र तिवारी, अखिलेश बबेले, दिनेश द्विवेदी, केदारीलाल पाठक, राजेंद्र भारद्वाज, हरिश्चंद्र तिवारी, अमरेंद्र दुवे, प्रमोद शुक्ला, अमित रावत, असित मिश्रा, अनूप शुक्ला, आकाश दुवे, भास्कर दुवे, अतुल चतुर्वेदी, मुकेश तिवारी, गोपाल शुक्ला, राजाभैया आदि विप्रजन उपस्थित रहे। अंत में प्रसाद वितरित किया गया। रामकुंड स्थित सनाढ्य सभा भवन में भी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए तथा वटुकों के यज्ञोपवीत संस्कार कराए गए। वक्ताओं ने भगवान परशुराम के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि जमदग्नेय परशुराम ने दुष्टों का नाश करने के लिए शस्त्र उठाया न कि लोगों को आतंकित करने के लिए। उनका कृतित्व इस बात की प्रेरणा देता है कि अत्याचार और अनाचार का डटकर सामना करना चाहिए और अपने गौरव व मान सम्मान को बनाए रखने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए। इस अवसर पर सनाढ्य सभा के अध्यक्ष महेश तिवारी, मंत्री गणेश प्रसाद बुधौलिया, कौंग्रेस जिलाध्यक्ष दीपांशु समाधिया, संजय नगाइच, सुशील दूरवार मिरकू, सुरेंद्र तिवारी, मोहनदास नगाइच सहित तमाम विप्र बंधु मौजूद रहे।