0 बिजूका, सुआटा-झिंझिया, चकिया, महबुलिया व हरदौल का भात होंगे आकर्षण
कोंच(जालौन)। तृतीय कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ‘‘माटी की ओर चलो‘‘ नारे के साथ शहर,सिनेमा एवं गांव-कस्बों की प्रतिभाओं के बीच की दूरी पाटने के प्रयास में जुटा हुआ है।
कोंच फिल्म फेस्टिवल के संस्थापकध्संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने बताया कि तृतीय कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की सांस्कृतिक यात्रा में बैलगाड़ियों का उपयोग किया जाएगा, जो किसानों के सम्मान के साथ-साथ बुन्देली ग्रामीण परिवेश को जीवंत उकेरने का कार्य करेगा। इसके साथ ही कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बिजूका,सुआटा,झिंझिया,महबुलिया,हरदौल का भात आदि आकर्षण का केंद्र होंगे। फेस्टिवल बुन्देली संस्कृति से पूरी तरह ओत-प्रोत रहेगा।उन्होंने बताया कि 30 जून को नगर में सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी तथा 1 से 3 जुलाई तक ऑफलाइन एवं ऑनलाइन फेस्टिवल का आयोजन होगा। फेस्टिवल में देश के विभिन्न प्रांत व शहरों से तीन सैकड़ा से अधिक लोग सहभागिता करने कोंच आएंगे और सभी लोगों का आगमन फेस्टिवल को भव्य और विशाल बनाएगा।पारसमणि ने बताया कि फेस्टिवल के द्वारा यह कोशिश है कि बुन्देलखण्ड में मुंबई की संस्कृति नहीं बल्कि मुंबई में बुन्देलखण्ड की संस्कृति को बढ़ावा मिले, उसका प्रचार प्रसार हो जिससे आगामी समय में सकारात्मक परिणाम सामने आ सकें।