अभय प्रताप सिंह
मड़ावरा ललितपुर। जुलाई माह के बारह दिन बीतने के बावजूद बारिश जमीन की प्यास नहीं बुझा सकी। और तो और वातावरण की गर्मी भी शांत नहीं हुई। जिसकी वजह से अंकुरित फसलों को मुरझाते देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरने लगी हैं।
उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण पिछले कई दिन से लगातार पड़ रही गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। सुबह से ही गर्मी से पसीना निकलना शुरू हो जाता है। अधिक गर्मी होने की स्थिति में दिन के समय घरों से बाहर निकलना दुभर हो गया है। अब लोग केवल शाम के समय ही जरूरी कार्यों के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं। मंगलवार को सूरज निकलते ही गर्मी का एहसास होना शुरू हुआ। पारा धीरे धीरे बढ़ते हुए दोपहर में 42 डिग्री पहुंच गया। साथ में चल रही गर्म हवा लोगों के तन को झुलसाती रहीं। फिलहाल अभी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। सभी की नजर आसमान की ओर है कि कब मौमस में परिवर्तन हो और झमाझम बारिश हो, जिससे प्रचंड गर्मी से राहत मिल जाए। जानकारों के मुताबिक यदि कुछ दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रही तो खेतों में अंकुरित फसल का बचना मुश्किल हो जाएगा।