अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन ( उरई)। ग्राम भदवां में प्रधान व सचिव ने मिलकर नियमों को ताख पर रख मनरेगा के जाब कार्ड धारकों को 100 ज्यादा दिनों का काम दे दिया तथा बगैर सड़क बनाये तथा पुराने जल रोधकों की मरम्मत करा कर नये जल रोधक होने का पैसा निकाल लिया।गुरुवार को डी एम द्वारा गठित 3 सदस्यी टीम ने मौके पर जाकर जांच की तथा ग्रामीणों के बयान दर्ज किये। पूर्व प्रधान भदवा वीर सिंह पाल ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर शिकायत की थी कि गांव में रामजी के मकान से लोकेन्द्र के मकान तक सी सी निर्माण कर पैसा निकाला गया है जबकि यहां सड़क निर्माण हुआ नहीं है। गांव जल रोधक बांध के नाम कोई भी नया बांध नहीं बना है। पुराने बांधों की टीपटाप करके नये बांध दर्शा कर पैसा निकाला गया है। इसी तरह मेंड़ बंदी के नाम पर भी फर्जी बाड़ा किया गया है। डी एम को दिये शिकायती पत्र में कहा गया था कि मुकेश जाबकार्ड 535 का अभी तक विवाह नहीं हुआ है किन्तु उनकी पत्नी के रूप में गीता देवी का जाबकार्ड बना दिया तथा पैसा निकाला जा रहा है। यहीं हाल जाबकार्ड संख्या 482 प्रेमकुमार का है। बगैर विवाह के पत्नी के नाम जाब कार्ड बनाकर काम दिखाकर पैसा निकाला जा रहा है। इतना ही नहीं मनरेगा में एक परिवार को अधिकतम 100 दिन मजदूरी का प्रावधान है किन्तु नियमों को ताख पर रख कर सचिव ने जाबकार्ड 300 राकेश कुमार के परिवार पर 162 दिन की मजदूरी निकाली है। इसी तरह जाबकार्ड 380 मिथुन कुमार के परिवार को भी 162 दिन की मजदूरी दी गरी है। जाबकार्ड 436 नरेश कुमार के परिवार को 105 दिन की मजदूरी का भुगतान किया जा चुका है। पूर्व प्रधान वीरसिहं पाल की शिकायत पर जिलाधिकारी ने बी डी ओ जालौन, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग खंड प्रथम व अपर जिला विकास अधिकारी की टीम बनाई थी। जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम के प्रतिनिधि
जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास सत्यम त्रिपाठी, ए डी ओ सहकारिता शैलेन्द्र कुमार, जे ई पी डब्ल्यू डी दीपांकन सिंह ने गुरुवार को गांव पहुंचकर 5 विन्दुओं पर जांच की। भौतिक सत्यापन के साथ ग्रामीणों के बयान दर्ज किये। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। टीम के अधिकारी स्वयं नहीं आये तथा अपने अधीनस्थों को भेजकर खानापूर्ति की है। जांच टीम के सदस्य ए डी ओ सहकारिता शैलेन्द्र कुमार ने बताया सचिव जितेंद्र कुमार ने शिकायत से संबंधित दस्तावेज समाज कल्याण अधिकारी विकास को रिसीव करा दिये हैं। टीम ने कार्यों का भौतिक सत्यापन किया तथा ग्रामीणों के बयान लिये है।अभिलेखों की जांच के बाद टीम निर्णय लेगी।