उरई

राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन का एक और कारनामा हुआ उजागर

0टेंडर में दी गई दरों से अधिक मूल्य पर किया गया भुगतान
0संबंधित मामले में जन सूचना अधिकार अधिनियम द्वारा मांगी गई जांच रिपोर्ट में मामला लंबित

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए देश की जनता ने राजनीति में बड़ा उलटफेर कर सरकार को बदला और सरकार ने कहा था कि ना खाएंगे और ना खाने देंगे सरकार ने देश की जनता को विश्वास दिलाया था जिसके बाद सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई बड़े कदम उठाए थे और आज भी उठा रही है लेकिन कुछ भ्रष्ट लोग सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं इसी बीच सूत्रों की मानें तो राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन के कई ऐसे कारनामे सामने आ रहे जो सरकार की मंशा के विपरीत काम कर रहे हैं और राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य के कई कृत्य सामने आ रहे हैं जिसको लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश द्वारा पत्रांक संख्या 2019-20/458/2800 दिनांक 18 अगस्त 2021 में एक पत्र जारी कर वित्तीय वर्ष 2020-21 मैं राजकीय मेडिकल कॉलेज जनपद जालौन द्वारा अनियमितता कर टेंडर की दरों से अधिक मूल्य पर भुगतान किए जाने की जांच के आदेश किये जिसमें उल्लेखित है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज जनपद जालौन द्वारा टेंडर के माध्यम से चयनित फर्म कोन पोर कैटरर्स को टेंडर मैं फर्म द्वारा कोट की गई दर से अधिक दर पर भुगतान किया गया कांकरेट ऑडिटर द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 कि ऑडिट रिपोर्ट में टिप्पणी की गई थी की राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन द्वारा कोविड-19 ड्यूटी के दौरान डॉक्टरों के लंच डिनर और ब्रेकफास्ट हेतु कोन पोर कैटर्स को अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक 3305000 रुपया का भुगतान जीएसटी के साथ किया गया जबकि जीएसटी सहित टेंडर के माध्यम से फर्म का चयन किया गया इसके बाद फर्म द्वारा बिल पर 5 प्रतिशत अतिरिक्त जीएसटी चार्ज किया गया कांकरेट ऑडिटर द्वारा धनराशि 157380.95 की रिकवरी किए जाने की संस्तुति की गई जिसमें अध्यक्ष जिला ऑडिट समिति जनपद जालौन जिलाअधिकारी द्वारा प्रकरण में तत्काल अपने स्तर से जांच कराकर अनियमित भुगतान की गई धनराशि का राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के खाते में जमा कराने एवं संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए 1 सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए लेकिन सूत्रों की मानें तो जन सूचना अधिकार के अंतर्गत संबंधित मामले मैं की गई जांच का ब्योरा मांगा गया तो जन सूचना अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा पत्र संख्या 2021-22/7741 मैं अवगत कराया कि उक्त जांच जिलाधिकारी जालौन स्तर पर लंबित है लेकिन इसकी सत्यता तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि कौन दोषी है और किस पर कार्रवाई होनी चाहिए ।
फोटो परिचय— राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन

Related Articles

Back to top button