कालपी

कालपी के लिए मौत का जरिया साबित हो रहा नेशनल हाईवे

0 सड़क दुर्घटनाओं में आये दिन हो रहीं मौतें

कालपी(जालौन)। कालपी हाइवे पर मौतों का सिलसिला जारी है और आये दिन हो रही दुर्घटनाओं में अब तक सैकड़ों बेकसूर काल के गाल में समा चुके हैं। लोगों का मानना था कि शायद ओवरब्रिज बनने के बाद यहां सड़क हादसों पर अंकुश लगेगा। परन्तु ऐसा नहीं हुआ, हादसों का सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी है। गुरुवार को एक 16 वर्षीय छात्रा और एक 26 वर्षीय युवा की इसी सड़क में हुई दुघर्टना में दर्दनाक मौत हो गई।
कालपी से गुजरे हाईवे निर्माण के प्रारंभ से ही विवाद उत्पन्न हो गया था, विवाद के कारण लगभग एक दशक तक हाइवे व ओवरब्रिज का निर्माण कार्य रुका रहा। 2014 में इस 1.77 किमी हाईवे के निर्माण के लिए जनपद के तीनों विधायकों सांसद जिलाधिकारी और हाईवे अथॉरिटी तथा निर्माण कम्पनी के आला अधिकारियों ने नगर की जनता के बीच बैठकर बात चीत की इस निर्माण में दो मन्दिर और एक मस्जिद को विस्थापित किया व एक मस्जिद को हल्की क्षति हुई और दो बड़े कालेजों का भी कुछ हिस्सा तोड़ कर निर्माण का नक्शा जनता के बीच रखा। जिसमें तय किया गया कि दुर्गा मंदिर चैराहा, एमएसवी कॉलेज के सामने, फुलपावर चैराहे, खानकाह शरीफ तथा निकासा से बिजली घर जाने वाले रोड पर कुल पांच अंडर पास बनाए जाएंगे। जनप्रतिनिधियों व आला अधिकारियों की बातों को मानकर नगर की जनता तैयार हो गई। और निर्माण का रास्ता साफ हो गया। परन्तु बजट के अभाव में ओवरब्रिज की दूरी को 1200 मीटर से घटाकर 800 मीटर कर दिया गया एवं पांच अंडर पास बनाने के बजाय सिर्फ तीन अंडर पास बनवाए गए। जिस कारण लोगों ने आवागमन करने के लिए कई व्यस्ततम स्थानों पर हाइवे पर कट बना लिए। जहां से पैदल व बाइकसवार तेज रफ्तार ट्रकों के सामने खतरा मोल लेकर हाइवे पार करते हैं। जिस कारण मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं रहा है। अब नगरवासियों का मानना है कि दुर्गा मंदिर चैराहे पर फुट ओवरब्रिज बनना चाहिए व सारे कट हाइवे अथॉरिटी के द्वारा बन्द करवाये जाने चाहिए तभी इन सड़क हादसों पर अंकुश लगेगा।

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