जालौन

भगवान् के भक्त बनकर तो देखो वह सदैव तुम्हारे हितार्थ तत्पर रहेंगे

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सेंगर महिया खास

जालौन (उरई)। ‘‘राम नाम अति मीठा, कोई गा के देख ले। आ जाते हैं राम, कोई गा के देख ले।।’’ उक्त पंक्तियां कथा व्यास देवांसजी महाराज ने बडी माता मंदिर पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठे दिन उपस्थित श्रोताओं के समक्ष कहीं।
नगर के बड़ी माता मंदिर परिसर पर आयोजित श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन कथा व्यास देवांसजी महाराज ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ईश्वर से प्रेम करने वाले भक्तों को भगवान बिन मांगे ही वह सबकुछ दे देता है, जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकता। तुम भगवान् के भक्त बनकर तो देखो वह सदैव तुम्हारे हितार्थ तत्पर रहेंगे। प्रभु राम की संगति में पशु भी अपना पशुवत व्यवहार छोड़ देता है, वहीं रावण की संगति में मानव भी पशुवत् व्यवहार अपना लेता है। राम-रावण, कृष्ण-कंस तथा द्रोपदी-दुर्योधन की राशि एक होने के बाद भी उनके कर्म अलग-अलग होने से उनके चरित्रों में काफी असमानताऐं रहीं। व्यक्ति जैसे कर्म करता है, वैसा ही फल उसे प्राप्त होता है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा ही सद्कर्मों को करने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए। इस दौरान कथा व्यास ने उद्धव गोपी संवाद, कृष्ण रूकमणि विवाह का वृतांत भी भगवत प्रेमियों को सुनाया। इस मौके पर पारीक्षत भरत सक्सेना, श्रीमती प्रेमलता, रामजी महाराज, मोनू महाराज, सौरभ, रामजी, अनिल कुमार, कल्लू, दिव्याशु महाराज, दीपक मंहत, शंकर मंहत आदि भक्तों ने श्रीमद भागवत कथा का श्रवण कर जीवन में अच्छे कर्मों को अपनाने की प्रेरणा ली।

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