कोंच(जालौन)। स्थानीय सेठ बद्रीप्रसाद महाविद्यालय में बुधवार को एनएसएस योजना के अंतर्गत द्वितीय सामान्य एकदिवसीय शिविर आयोजित किया गया जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ शीर्षक पर संगोष्ठी में छात्र छात्राओं ने अपने विचार प्रस्तुत किये।
महाविद्यालय के कॉर्डिनेटर कन्हैया नीखर,प्राचार्य डॉ बृजेन्द्र निरंजन व एनएसएस अधिकारी डॉ सरताज खान ने दीप प्रज्वलन कर शिविर का शुभारंभ किया।संगोष्ठी में छात्रा गौरवी अग्निहोत्री ने कहा कि आज बेटियां किसी के आसरे नहीं है बल्कि वह विविध क्षेत्रों में अपना स्थान बना रहीं हैं, उन्हें बस जरूरत है अच्छे मार्गदर्शन, अच्छी शिक्षा व अच्छे वातावरण की।छात्र मोहितकान्त ने कहा कि बच्चों में लिंगानुपात में हो रही गिरावट व बालिकाओं के सशक्तिकरण से संबंधित मुद्दों को लेकर 22 जनवरी 2015 को पानीपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की गई थी।छात्र श्रीकृष्ण उपाध्याय व सत्यम गुप्ता ने कहा कि बेटियों को बंधन से मुक्त करना होगा तभी बेटियां अपना भविष्य संवार सकती हैं।कार्यक्रम अधिकारी डॉ सरताज खान ने अपने विचारों में कहा कि आने वाली पीढ़ी को सुधारने के लिए बेटियों को अच्छी शिक्षा देना समाज के हर एक व्यक्ति का कर्तव्य है।इस दौरान राघवेंद्र पटेल, राधेश्याम, संतोष रायकवार, कदीम सिद्दीकी, मनोज कुमार, दिनेश कुमार, संदीप, पवन यादव, राजकुमार गुप्ता समेत स्वयंसेवक प्रियम, आकांक्षा, मोहिनी, संस्कार, काजल, नसरा, विनय, अंजली, अल्का, नेन्शी, अविरल, तेजस्वनी, अरुण आदि मौजूद रहे। वहीं अशोक शुक्ला महिला महाविद्यालय में भी द्वितीय एक दिवसीय शिविर में महिला स्वाबलंबन पर विचार गोष्ठी आयोजित की गयी।इस दौरान महाविद्यालय के कोषाध्यक्ष विनय शुक्ला,, प्राचार्य शैलेन्द्र द्विवेदी,, डॉ मनीषा वर्मा, डॉ नौशाद अहमद, डॉ निधि मिश्रा, आकर्ष निगम, अंजना द्विवेदी, ज्योति तिवारी, सालवी राठौर, गौरव श्रीवास्तव, वीरेंद्र त्रिपाठी, महेंद्र परिहार, धनेंद्र श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।