0 मामला बंधौली के मौरम खंड संख्या 5 अ से जुड़ा
0 रात्रि के अंधेरे में पाॅकलैंड मषीनों से कराया जाता अवैध खनन
0 प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को पट्टाधारक करता गुमराह
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। एक ओर जहां प्रशासन के अधिकारी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में व्यस्त है तो वहीं दूसरी ओर इसका पूरा लाभ उरई तहसील क्षेत्र के ग्राम बंधौली गाटा संख्या 2556, 2557 खंड संख्या 5 अ के पट्टाधारक एएसवीपी कांस्ट्रेक्शन पार्टनर सुमित सिंह पुत्र पवन कुमार सिंह निवासी मझारा गोण्डा जनपद गोण्डा उठाने में लगा हुआ है। हैरानी की बात तो यह है कि एक ओर जहां रात्रि के अंधेरे में पट्टाधारक भारी भरकम पाॅकलैंड मशीनों से रात्रि के अंधेरे में अवैध तरीके से मौरम का खनन करवाता है तो दूसरी ओर प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को भी गुमराह करने से नहीं चूकता है।
खनिज कार्यालय से मिली जानकारी की मानें तो उक्त फर्म के नाम बंधौली के मौरम खंड संख्या 5 अ का पट्टा जिसका क्षेत्रफल 36.437 है. था उसका पट्टा 4 नवंबर 2020 से 3 नवंबर 2025 तक का पट्टा हुआ था। लेकिन जब से उक्त फर्म ने मौरम खंड का पट्टा हासिल किया तभी से वह एनजीटी की गाइड लाइन को ताक पर रखकर अवैध तरीके से भारी भरकर पाॅकलैंड मशीनों से मौरम खनन कराने में जुट गया था। उसे न तो किसी का भय रहता है। आलम यह है कि जब भी प्रशासनिक अधिकारी उक्त मौरम घाट की क्रियाकलापों पर कार्यवाही करने का प्रयास करता है तो पट्टाधारक गुमराह करने से नहीं चूकता है। देखने वाली बात तो यह होगी कि पट्टाधारक कब तक प्रशासन को गुमराह करने में सफल होता है यह तो समय ही बतायेगा। ऐसा भी नहीं कि अवैध खनन पर प्रशासन सख्त न हो समय≤ पर अधिकारी लगातार कार्रवाई करने में भी कोई हिचक नहीं दिखा रहा है। इसके बाद भी खनन माफिया अवैध खनन करने से नहीं चूक रहे हैं। फिर भी वह एनजीटी के नियमों की लगातार धज्जियां उड़ा रहे हैं ऐसा ही एक मामला बंधौली मौरम खंड 5 अ से आया है जहां एनजीटी के नियमों का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है व प्रशासन को अंधेरे में रखकर अवैध खनन करवा जा रहा हैं जिसमें हैवी पोकलैंड मशीनों से खनन किया जा रहा तो वहीं दूसरे खंड से मौरम उठाने का कार्य किया जा रहा है जिसमें खनन माफियाओं ने निजी भूमि तक को नहीं छोड़ा यह सब कार्य खनन माफिया प्रशासन को अंधेरे में रखकर करते हैं जिसकी भनक लगते ही प्रशासन लगातार ऐसे माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए कार्यवाही भी करता है लेकिन फिर भी इन माफियाओं को प्रशासन का बिल्कुल भी डर नहीं है वही बंधौली मौरम खंड 5 अ के खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह कुछ तथाकथित पत्रकार जो अपने आप को मठाधीश कहते हैं उनकी सह पर बालू माफिया लगातार अवैध खनन करा रहा है यह पट्टाधारक जिला परिषद के पास रजिस्ट्री कार्यालय के समीप एक होटल में अपना ऑफिस बनाये हुए है जहां से कुछ ऐसे तथाकथित पत्रकार पहुंचकर पूरी मीडिया का ठेका लेकर अपनी जेबें भरने में लगे हुये है। जिनका पत्रकारिता से कोई सरोकार नहीं है वह मात्र चाटुकारिता करते देखे जा सकते हैं। ऐसे कुछ मठाधीश पत्रकार ही पत्रकारिता की छवि धूमिल कर रहे हैं। लेकिन सोचने की बात यह है की ऐसे ही चाटुकार प्रशासन की भी छवि का दागदार बनाने से संकोच नहीं करते।