0 पार्टी के रूठे नेताओं, कार्यकर्ताओं को मनाने के प्रयास जारी
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)। कहते है चुनाव के समय जनता लापरवाह क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से सूद समेत बसूलती है और हरदोई गूजर के किसानों के घाव चुनाव करीब आते ही फिर से हरे हो गये है। उन्हे इंतजार है तो बस क्षेत्रीय विधायक गौरीशंकर वर्मा का। वह हरदोई गूजर पहुंचे नहीं कि किसानों ने खदेड़ा करने में देेर नहीं लगाई। अब विधानसभा चुनाव का प्रचार जोर पकड़ने लगा है।
शुक्रवार को आज उरई-जालौन विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी गौरीशंकर वर्मा के पक्ष में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उनके समर्थन मंे जनसभा करने आये थे। लेकिन अब तक हरदोई गूजर न जाना गौरीशंकर के लिए दिशाशूल सा कहा जा रहा है। जिसकी भाजपा में भी जोरदार चर्चा सुनी जा रही है। हरदोई गूजर के निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता रामप्यारे तिवारी ने इस बात की पुष्टि की कि विधायक गौरीशंकर वर्मा आज तक हरदोई गूजर नही पहुंचे है। उन्होने यह भी कहा कि जब वह नीखरा की दुकान पर बैठे थे तक गौरीशंकर ने आकर हमारे साथ फोटो खिचवाकर वायरल कर दी। इस तरह की पीड़ा अकेले तिवारीजी की ही नही बल्कि भाजपा नेता अरूण कुमार गुर्जर की नाराजगी भी गौरीशंकर से कम नही है। दरअसल हरदोई गूजर को दादा बाबूराम एमकाॅम के जमाने से भाजपा का गढ मान जाता है। दादा के बाद भी जो चुनाव हुए उसमें गांव के लोगों ने भाजपा को जिताने का काम किया गौरीशंकर को रिकार्ड मत मिले। लेकिन वर्ष 2019 में ओलावृष्टि से तबाह हुए किसानों को राहत सहायता न मिलने में गौरीशंकर की बड़ी भूमिका मानी गयी थी। क्योंकि मौके पर पहंचे विधायक को आक्रोशित किसानों ने मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए गांव से खदेड़ दिया था बाद में आसपास के गांवों के किसानों को ओलावृष्टि से राहत तो मिल गई थी लेकिन हरदोई गूजर के किसानों को एक धेला भी नही मिल पाया था। तब से गौरीशंकर हरदोई गूूजर में नही घुस पाये और किसान भी चुनाव का ढोल बजने के बाद से उनका इंतजार कर रहे है।
राहत सहायता में गौरीशंकर को बाधक मानते किसान
उरई। हरदोई गूजर के किसान गौरीशंकर की किसान विरोधी कार्यप्रणाली से आज भी खफा है। दरअसल 2019 में अतिवृष्टि के बाद कोंच एवं जालौन तहसील के करीब 36 गांव में ओलावृष्टि से भारी तबाही हुई थी। हरदोई गूजर में भी किसान तबाह हो गये थे। डीएम मन्नान अख्तर के स्थलीय निरीक्षणके बाद विधायक गौरीशंकर वर्मा भी मौके पर पहुंचे थे। गांव के भाजपा नेताओं का कहना था कि हरदोई गूजर की तबाही का भी सर्वे करलिया जाए। लेकिन गौरीशंकर के रवैये को लेकर किसानों में आक्रोश फेल गया था और फिर उन्होने विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उन्होने गांव से खदेड़ दिया था। बाद में आसपास के गांवों के किसानों को राहत सहायता को मिल गई थी लेकिन विधायक विरोधी नारेबाजी के चलते हरदोई गूजर के किसानों को राहत सहायता नही मिल पाई थी अब हरदोई गूजर के किसान चुनाव करीब आने पर जो उन्होने ओलावृष्टि के बाद खून के आंशू रोये थे उसका शूद समेत जबाव देने के लिए किसान तैयार बैठे है और विधायकजी का इंतजार कर रहे है। फिलहाल तो अब सदर विधायक रूठे पार्टी के दिग्गज नेताओं को मनाने के प्रयासों में जुटे हुये हैं।
रमा निरंजन की सूची से कटवा दिया था हरदोई गूजर का नाम
उरई। आपदा से तबाह किसानों को राहत सहायता के नाम पर जब भाजपा के उरई विधायक गौरीशंकर, माधौगढ के मूलचंद्र निरंजन एवं कालपी के नरेद्र सिंह जादौन, सांसद भानुप्रताप वर्मा हाथ पर हाथ रखे बैठे थे तब एमएलसी रमा निरंजन ने ओलावृष्टि से बर्बाद किसानों के आंशू पोछने का काम किया था। उन्होने हरदोई समेत सभी ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का नाम दिया था और आपदा प्रबंधन टीम ने जनपद में आकर सर्वे भी किया था। बाद में तमाम गांवों के किसानों को राहत सहायता भी मिली थी। लेकिन हरदोई गूजर के किसानों को कोई सहायता नही मिल पाई थी। जिससे आम किसान ही नही गांव के भाजपा कार्यकर्ता भी गौरीशंकर वर्मा को इसके लिए जिम्मेदार मानते थे। क्योंकि निरीक्षण के समय गौरीशंकर वर्मा ने किसानों से कहा था कि हल्ला करोगे तो सहायता नही मिलने वाली और फिर वहीं हुआ कि गांव के किसानों को मदद के नाम पर फूटी कोड़ी भी नही मिल पाई।
जाम लगाने से खफा थे विधायकजी
उरई। ओलावृष्टि से तबाह किसानों ने जब हरदोई गूजर पर उरई-कोंच रोड में जाम कर दिया तो अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय विधायक की किसानों से कहासुनी हो गयी थी और इस दौरान गौरीशंकर ने अधिकारियों का पक्ष लिया था। तब से हरदोई के किसान गौरीशंकर के खिलाफ बताये जा रहे है और ओलावृष्टि से भारी नुकसान के बाद भी एमएलसी रमा निरंजन के द्वार तैयार की गयी गांवों की सूची से हरदोई गूजर का नाम हटाने में गौरीशंकर का नाम सामने आया था। तब से हरदोई गूजर के किसानों के बीच जाने की गौरीशंकर अभी तक हिम्मत नही जुटा पाये है। गांव के किसानों की माने तो जिस दिन गौरीशंकर गांव आयेंगे उस दिन उनका खदेड़ा होकर रहेगा।
फोटो परिचय—
भाजपा नेता रामप्यारे तिवारी से चुनाव को लेकर चर्चा करते गौरीशंकर।