
रिपोर्टअनुराग श्रीवास्तव सम्पादक सत्येन्द्र सिंह राजावत
जालौन ।विकास खंड के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग में अन्ना जानवरों की समस्या के समाधान के गोशाला निर्माण की लगातार मांग की जा रही है। गोशाला के लिए जगह चिन्हित होने के बाद भी विकास विभाग जगह न होने की बात कह कर गोशाला का निर्माण नहीं करा रहा है।गोशाला न होने के कारण अन्ना जानवर किसानों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं।
ग्राम पंचायत कुठोंदा बुजुर्ग में अन्ना जानवरों की समस्या के समाधान के लिए लम्बे समय से गोशाला के निर्माण की मांग की जा रही है। समाजसेवी गजेन्द्र सिंह सेंगर, जहाँन सिंह,अमरेंद्र सिंह, रामेन्द्र सिंह, कृष्णमोहन सिंह, सोहन सिंह, बृजमोहन सिंह आदि ने गांव में गोशाला खोलने के लिए स्थानीय प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक से निवेदन किया था। ग्रामीणों की मांग पर राजस्व विभाग ने गोशाला के लिए जगह की तलाश की। ग्राम सभा की बैठक के बाद राजस्व विभाग की टीम ने गाटा 457 के क्षेत्रफल 0.8210 को गोशाला के लिए उपयुक्त माना था। उपरोक्त जगह का सीमांकन कर तहसीलदार ने 5 जनवरी 22 में अपनी रिपोर्ट भेज दी थी। राजस्व विभाग की अनापत्ति के बाद डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी विकास विभाग ने गांव में गोशाला का निर्माण नहीं कराया है। जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर कर दी। शिकायत के निस्तारण में बी डी ओ ने 28 फरवरी को निस्तारण कर दिया कि गांव में जगह उपलब्ध न होने के कारण गोशाला का निर्माण नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री पोर्टल की शिकायत के निस्तारण के प्रति भी अधिकारी गम्भीर नहीं है। समाजसेवी ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जगह उपलब्ध के बाद डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी गांव में गोशाला का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। अन्ना गोवंशों की समस्या के समाधान के लिए लिए जनहित में गोशाला का निर्माण कराया जाय।