0 आरोपियेां को सलाखों के पीछे भेजने के लिये टीम गठित
0 दो गुटों में आपसी टकराव का मामला आया सामने
कोंच (जालौन)। कोतवाली की भेंड़ पुलिस चैकी पर अराजक तत्वों के हमले और सिपाही के साथ हुई मारपीट से पुलिस की अच्छी खासी किरकिरी हुई है, अब हालांकि डैमेज कंट्रोल के प्रयास जरूर किए जा रहे हैं और मामले के आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए उनकी गिरफ्तारी की कोशिशें तेज हो गई हैं, इसके लिए फिलहाल पुलिस की एक टीम गठित भी कर ली गई है लेकिन मामले की गहराई में जाने पर जो बातें निकल कर सामने आ रही हैं वह हैरान करने वाली हैं। बताया जा रहा है कि अराजक तत्वों की आपसी गुटीय झड़प चैकी पर हमले की बड़ी वजह है जिसमें हमलावर दूसरे गुट के व्यक्ति जो हमले के थोड़ी देर पहले तक चैकी में ही बैठा था, को सबक सिखाने वहां गए थे लेकिन उलझाव हो गया पुलिस से।
दरअसल, इस पूरे मामले में भेंड़ चैकी पुलिस भी दूध की धुली नहीं है। सूत्रों की अगर मानें तो भेंड़ पुलिस चैकी अराजक तत्वों, दलालों और जुआरियों का अड्डा काफी दिनों से बनी चली आ रही है। इन लोगों को अगर चैकी पुलिस का पलैत कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। ग्रामीणों का तो यहां तक कहना है कि क्षेत्र में जो भी अवांछनीय गतिविधियां संचालित होती हैं उनके पीछे चैकी में बैठने वाले उन अराजक तत्वों की भूमिका होती है और उन्हीं के जरिए पुलिस की डीलिंग भी होती है। यह बात अवांछित गतिविधियों में लिप्त दूसरे गुट को नागवार गुजर रहा था और चैकी में बैठने वाले गुट के सरगना को तगड़ा सबक सिखाने के लिए ही मंगलवार की रात को चैकी पर हमला बोला गया था लेकिन हमले के ऐन पहले वह सरगना चैकी से निकल चुका था और पुलिस से उनकी झड़प हो गई। हालांकि जो सिपाही पिटा है वह इस पूरे गोरखधंधे से अनभिज्ञ है और नया नया वहां ड्यूटी पर भेजा गया था जबकि पुराने घाघ चुनाव ड्यूटी में बाहर गए हुए हैं। बहरहाल, पुलिस ने जिन चार नामजद और चार पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगाए है। प्रभारी निरीक्षक बलिराज शाही ने बताया है कि पुलिस टीम गठित कर दी गई है जो आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिशें मार रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होंगे।