0 एमबीबीएस पाठ्यक्रम की बहुप्रतीक्षित मान्यता एनएमसी, नई दिल्ली द्वारा मिलना जनपद के लिए गौरव की बात
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, जवाहर भवन, लखनऊ द्वारा प्रदेश के समस्त राजकीय चिकित्सकीय संस्थानों से कोविड-19 महामारी की प्रथम एवं द्वितीय लहर में प्रशंसनीय कार्य करनें वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की समर्पित सेवाओं के संक्षिप्त विवरण सहित नामिनेशन मांगा गया था।
शासन स्तर पर गठित टीम द्वारा प्रदेश के समस्त राजकीय मेडिकल कालेजों के लिए सम्मान हेतु आधार बिन्दु तय किये गये थे जैसे उपचार प्राप्त मरीजों की संख्या, कोविड मरीजों के चिकित्सा उपचार हेतु डिवाइस इत्यादि का अविष्कार यदि किया गया हो, तकनीकी में कोई नया अविष्कार, बीएसएल-2 लैब में आरटीपीसीआर जांचों की कुल संख्या, कोविड के दौरान आक्सीजन प्रबंधन की स्थिति, तत्परता एवं समयबद्धता के साथ मरीजों का इलाज, समय≤ पर जनपद के नोडल अधिकारियों के निरीक्षण की स्टेटस रिपोर्ट, डिस्चार्ज के समय मरीज द्वारा दिये गये फीडबैक (वीडियो एवं हस्तलिखित फीडबैक फार्म), कोविड के दौरान प्रकाशित रिसर्च जर्नल्स की संख्या इत्यादि विभिन्न बिन्दुओं के आधार पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जानें हेतु पिछले दिनों राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के सभागार में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। दस राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय रिसर्च जर्नल्स के प्रकाशन के साथ ही साथ सभी बिन्दुओं पर राजकीय मेडिकल कालेज, जालौन प्रशंसनीय पाया गया। राजकीय मेडिकल कालेज, जालौन (उरई) में मरीजों की न्यूनतम मृत्यु दर, कोविड-19 प्रथम एवं द्वितीय लहर में प्रशंसनीय नेतृत्व क्षमता एवं कार्य कुशलता को दृष्टिगत करते हुए सुरेश खन्ना मंत्री, चिकित्सा शिक्षा, वित्त एवं संसदीय कार्य, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रधानाचार्य डा. द्विजेन्द्र नाथ सहित पूरी मेडिकल टीम एवं पैरामेडिकल टीम तथा डा. मनोज वर्मा (सह-आचार्य, अस्थिरोग विभाग, सह नोडल अधिकारी, कोविड-19) को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह स्वरूप शील्ड प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया। ज्ञातव्य है कि प्रधानाचार्य के कार्यकाल में मेडिकल कालेज नें सुचारू रूप से कार्य करना प्रारंभ किया है एवं एमबीबीएस पाठ्यक्रम की बहुप्रतीक्षित मान्यता भी एनएमसी, नई दिल्ली के द्वारा प्रदान की जा चुकी है। यह जनपद के लिए गौरव की बात है।
फोटो परिचय—
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. द्विजेंद्रनाथ प्रषस्ति पत्र देते।