अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। हम संसार में आते हैं और सांसारिक रिश्तो में ही उलझ कर रह जाते है। जबकि सारे रिश्ते, नाते, संपत्ति, भोग विलास कि सामग्री व खिलौनों के समान हैं। हम आए हैं ईश्वर के यहां से और वहीं जाएंगे यही सत्य है। इसलिए रिश्ता बनाओ तो भगवान के साथ बनाओ क्योंकि भगवान के साथ बनाया हुआ रिश्ता अमर होता है और संकट आने पर प्रभु ही हमारी रक्षा करते है। यह बात पं. सत्यम व्यास ने स्थानीय श्रीवीर बालाजी हनुमानजी मंदिर परिसर में आयोजित भागवत कथा के दौरान उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कही।
श्रीवीर बालाजी हनुमान मंदिर में आयोजित भागवत कथा के दौरान पं. सत्यम व्यास ने उपस्थित श्रृद्धालुओं को संबोधित करते हुए बताया कि भक्ति में कोई दिखावा नहीं होना चाहिए। जब जीव सच्ची श्रद्धा और बिना दिखावा के साथ भक्ति करता है तो प्रभु उसके जीवन के साथ-साथ मृत्यु भी संवार देते हैं। हम संसार में आते हैं और सांसारिक रिश्तो में ही उलझ कर रह जाते है। जबकि सारे रिश्ते, नाते, संपत्ति, भोग विलास कि सामग्री व खिलौनों के समान हैं। हम आए हैं ईश्वर के यहां से और वहीं जाएंगे यही सत्य है। इसलिए रिश्ता बनाओ तो भगवान के साथ बनाओ क्योंकि भगवान के साथ बनाया हुआ रिश्ता अमर होता है और संकट आने पर प्रभु ही हमारी रक्षा करते हैं। जिन लोगों ने इस कथा को सुनकर अपने जीवन में इसकी शिक्षाएं आत्मसात कर ली तो मानो उन्होंने अपने पिता, माता और पत्नी तीनों के ही कुल का उद्धार कर लिया है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का साधन गो सेवा है। श्रीकृष्ण ने गो को अपना अराध्य मानते हुए पूजा एवं सेवा की। याद रखो, गो सेवक कभी निर्धन नहीं होता। कथा के छटवे दिन गोवर्धन पूजा की कथा सुनाई। इस मौके पारीक्षत कमलेश महाराज व पुष्पा देवी, राघवेंद्र तिवारी, अंजनी श्रीवास्तव, निखिल अग्रवाल, देवेन्द्र प्रजापति, आलोक शर्मा,संतोष कुमार, अमर सिंह, करन सिंह, ममता, वंदना, संध्या, बबीता, संगीता, नम्रता, अर्चना, विवेचना, प्रवीना मौजूद रहे।