
बबलू सेंगर महियाखास
जालौन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गोपाल शाखा का वार्षिकोत्सव सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में शाखा से जुड़े स्वयंसेवकों ने वर्षभर की गतिविधियों की समीक्षा की, साथ ही योग, आसन, व्यायाम, खेल प्रतियोगिताओं और बौद्धिक सत्रों के माध्यम से शाखा के कार्यों की झलक प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ संघ प्रार्थना के साथ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में सह जिला संघचालक शिवराम उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर कार्यवाह रामेंद्र, नगर शारीरिक शिक्षा प्रमुख स्वयं प्रकाश, गोपाल बस्ती प्रमुख विनय निगम और बौद्धिक प्रमुख पुनीत मंचासीन रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सह जिला संघचालक शिवराम ने कहा कि यह वर्ष संघ के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह सहस्राब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरएसएस केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का संकल्प है। शाखाओं के माध्यम से संस्कार, अनुशासन, और समाज सेवा की भावना प्रत्येक स्वयंसेवक में विकसित की जाती है। स्वयं प्रकाश ने कहा कि शाखा ही संघ की आत्मा है। शाखा से ही चरित्रवान नागरिक तैयार होते हैं, और ऐसे नागरिक ही मजबूत राष्ट्र की नींव रखते हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे नियमित शाखा में शामिल होकर राष्ट्र के उत्थान में अपना योगदान दें। विनय निगम ने गुरू-शिष्य परंपरा की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ में गुरु का अर्थ केवल व्यक्ति नहीं, बल्कि वह विचार है जो हमें राष्ट्र सेवा की दिशा देता है। वहीं, पुनीत ने बौद्धिक सत्र में संघ की विचारधारा, संगठन की कार्यपद्धति और समाज में उसके योगदान पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा योग, सूर्य नमस्कार, दंड-बैठक, व्यायाम योग, तथा शाखा में खेले जाने वाले पारंपरिक खेलों का प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर मुख्य शिक्षक आनंद, केपी सिंह, रमेशचंद्र हूंका, हरिश्चंद्र, अनिल मित्तल, डॉ. रामकृपाल आदि मौजूद रहे।



