
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। बुधवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर भक्तों ने ढोल-नगाड़ों की थाप और जयकारों के बीच भगवान श्रीगणेश की मूर्तियों की स्थापना की। नगर के 15 स्थानों और ग्रामीण क्षेत्र के चार स्थानों सिकरीराजा, मांडरी, खर्रा और उरगांव में गणेश प्रतिमाएं विराजमान हुईं। शुभ मुहूर्त में पूजन-अर्चन के बाद पंडालों और घरों में गणेशोत्सव की शुरुआत हो गई।
दोपहर होते ही भक्त अपने-अपने साधनों से मूर्तिकारों के यहां पहुंचने लगे। भगवान की प्रतिमा की न्यौछावर कर भक्त झूमते-गाते, ढोल-नगाड़ों के साथ मूर्तियां पंडालों तक लेकर आए। हर गली और चौराहे पर गणपति बप्पा मोरया के जयकारे गूंजते रहे। नगर में इस बार बेनी बाई मार्केट, गणेशजी मंदिर, दबगरान, पुरानी हाट, कोतवाली मार्ग स्थित श्रीराधाकृष्ण मंदिर परिसर, मोहल्ला चौधरयाना, हरीपुरा, जोशियाना नारोभास्कर गणेशजी समेत 15 प्रमुख स्थानों पर गणपति बप्पा की प्रतिमाएं स्थापित हुईं। आकर्षक पंडाल, रंग-बिरंगी लाइटें और झूमते-गाते भक्त पूरे नगर को उत्सवमय बना रहे हैं। भक्तों ने विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर स्थापना की। कुछ स्थानों पर सात दिन और कुछ स्थानों पर नौ दिन तक उत्सव मनाने का संकल्प लिया गया है। इस दौरान रोजाना भजन-कीर्तन, हवन और विशेष पूजन कार्यक्रम होंगे। ग्रामीण क्षेत्र में सिकरीराजा, मांडरी, खर्रा और उरगांव गांवों में भी गणेश प्रतिमाएं विराजमान हुईं। ग्रामीणों ने सामूहिक सहयोग से पंडाल सजाए और भक्ति-भाव से स्थापना की। यहां भी पूजा-पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियां जारी हैं। पूरे नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश चतुर्थी की रौनक देखने को मिली। मूर्ति स्थापना के साथ ही जगह-जगह भक्ति गीत, आरती और जयकारों की गूंज से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। आने वाले दिनों में पंडालों में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी और श्रद्धालु गणपति बप्पा के दर्शन के लिए उमड़ते रहेंगे।


