जालौन

42 लाख की कीमत से ताई बाई की स्मृति में बनने वाले प्रवेश द्वार का काम आज भी अधूरा

बबलू सेंगर महिया खास

जालौन। नगर की अंतिम शासिका रहीं ताईबाई की स्मृति में उरई-जालौन राज्य मार्ग पर भिटारा के पास दोनों लेन पर विधायक निधि से प्रस्तावित प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य काफी समय से ठप पड़ा है। नगर की पहचान और ताईबाई की ऐतिहासिक स्मृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम बनने वाले इस प्रवेश द्वार का निर्माण 42 लाख रुपये की लागत से हो रहा है।
वर्षों से नगर में ताईबाई की मूर्ति स्थापना की मांग की जा रही थी, लेकिन वह अब तक पूरी नहीं हो सकी। ऐसे में जब सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा के प्रयास से ताई बाई की स्मृति मंे जब प्रवेश द्वार का निर्माण शुरू हुआ तो जनता में उम्मीद जगी थी कि अब नगर को अपनी ऐतिहासिक धरोहर के रूप में एक नई पहचान मिलेगी। परंतु महीनों से काम रुकने के कारण लोगों के मन में शंका पैदा हो रही है कि कहीं यह परियोजना अधूरी न रह जाए। प्रवेश द्वार के चारों मुख्य पोल का निर्माण कार्य तो पूरा कर लिया गया है, लेकिन ऊपर की छत व डिजाइनिंग का काम अभी तक शुरू नहीं हो सका है। बरसात का मौसम शुरू हो चुका है, जिससे निर्माण में और भी देरी होने की आशंका है। सड़क से गुज़रने वाले राहगीरों से लेकर नगरवासियों के बीच यह चर्चा है कि क्या ताईबाई के नाम पर बनने वाला प्रवेश द्वार भी अधूरी योजनाओं की सूची में शामिल हो जाएगा या प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस पर कोई ठोस कदम उठाएंगे। इस संबंध में सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने बताया कि प्रवेश द्वार के चारों पोल बन चुके हैं। ऊपर की संरचना की डिजाइन लखनऊ में तैयार कराई जा रही है। जैसे ही डिजाइन तैयार हो जाती है, निर्माण कार्य पुनः शुरू होगा और फिर पूरे प्रवेश द्वार का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा।

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