
बबलू सेंगर माहिया खास
जालौन। ताजिए निकलने के दौरान पूरे नगर की बिजली बंद कर दी जाती है। जिससे नगर के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा ताजिया व छड़ निकालने के दौरान समय भी अधिक कर लिया जाता है। नगर के लोगों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपकर निर्धारित समय में ही ताजिया और अलम का जुलूस निकालने एवं जिस रूट पर ताजिए हों उस फीडर की बिजली बंद करने एवं ताजिए निकलने के बाद फीडर को चालू करने की मांग की है।
नगर के समाजसेवी अशफाक राईन, श्रवण कुमार, राजेंद्र प्रसाद जाटव, सुरेंद्र द्विवेदी, वसीम हक, मुहम्मद रफीक, अब्दुल कय्यूम, राजेंद्र प्रसाद जाटव, अनुराग अग्रवाल, मुकेश सिंह आदि ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार तारा शुक्ला को ज्ञापन सौंपकर बताया कि मोहर्रम का महीना 27 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। 28 जुलाई को पहली तारीख होगी। तीन जुलाई को रात में अलम, चार जुलाई को दिन में छड़ पांच जुलाई को रात में और छह जुलाई को दिन में ताजिया का जुलूस निकलेगा। छड़ का जुलूस मोती मस्जिद के पास रात नौ बजे तक समाप्त होना चाहिए। परंतु यह देर रात तक चलता रहता है। इस दौरान पूरे नगर की लाइट बंद रहने से लोग परेशान हो जाते हैं। उन्होंने जुलूस को समय से समाप्त कराने की मांग की है। इसके अलावा बताया कि रात में ताजिए निकलने से रात भर के लिए बिजली बंद रहती है। ऐसे ही अगले दिन दिन में ताजिए निकलने से फिर पूरे दिन और देर रात तक बिजली बंद रखी जाती है। तीन दिन तक लाइट न आने से नगर के लोगों को परेशान होना पड़ता है। जबकि गर्मी के मौसम में बिजली व पानी लोगों की आवश्यक आवश्यकताएं है। ऐसे में छड़ व ताजिये निकलने के दौरान ऐसी व्यवस्था की जाए कि लोगों को परेशान न होना पड़े। इसके लिए जिस रूट पर ताजिये या छड़ निकल रही हो उस दौरान उक्त रूट के फीडर को बंद कर दिया जाए। जब ताजिये और छड़ निकल जाए तो उस फीडर को चालू कर दिया जाए। इसके अलावा अन्य सभी फीडर चालू रहें। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी के मौसम में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।