सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)। उरई-जालौन विधानसभा क्षेत्र में 13 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला बीस फरवरी को होने वाले मतदान में होगा। यहां भी मुख्य मुकाबला सपा, भाजपा और बसपा के बीच माना जा रहा है। जबकि अन्य दलों एवं निर्दलीय की भूमिका चुनाव में उपस्थिति के रूप में मानी जा सकती है।
विधानसभा क्षेत्र उरई-जालौन सुरक्षित क्षेत्र है। यहां से 13 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे है। यहां 2 लाख 36 हजार 907 पुरुष और 2 लाख 7 हजार 449 महिला एवं 61 ट्रांस जेंडर मतदाता है। सदर सीट होने के कारण सभी प्रत्याशी साम दाम, दड भेद की चालों से अपने मोहरे चलने में लगे है। हालांकि यहां मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी के दयाशंकर वर्मा, बहुजन समाज पार्टी के सतेन्द्र प्रताप और भाजपा के गौरीशंकर वर्मा के बीच है। जबकि अन्य प्रत्याशियों में कांग्रेस से उर्मिला सोनकर, बहुजन मुक्ति पार्टी से जमुनादास बौद्ध राहिया, आम आदमी पार्टी श्रीमती दीपशिखा, जनाधिकार पार्टी से बालक दोहरे, राष्ट्रीय विकलांग पार्टी चैधरी लच्छीराम, स्वतंत्र जनताराज पार्टी से सीताराम वर्मा, देश शक्ति पार्टी सुशील कुमार और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चंद्रभान, दलसिंह वर्मा, प्रेमलता वर्मा किस्मत आजमा रहे है।
फोटो परिचय-
दयाशंकर वर्मा, गौरीशंकर वर्मा, सतेन्द्र प्रताप व उर्मिला सोनकर।



