0 प्रशासनिक कार्यवाही के बाद अब सेटिंग फार्मूला बनाने में जुटे
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों द्वारा ओवरलोड मौरम भरे वाहनों की धरपकड़ करने से जहां लोकेशन गिरोह में हड़कंप देखा जा रहा है तो वहीं अब यह संगठित गिरोह क्षेत्रीय अधिकारियों पर डोरे डालने की मंशा से उनके दफ्तरों के बाहर चक्कर काटते देखे जा रहे हैं। ताकि वह अधिकारियों को अपने सेटिंग के फार्मूले में उतारकर अपने मंसूबों को अंजाम तक पहुंचा सके।
गौरतलब हो कि जिले में लंबे समय से ओवरलोड मौरम भरे वाहनों की सुरक्षित कराने के लिये लोकेशन का तंत्र कुछ कथित लोगों द्वारा तैयार किया गया था। ऐसे कथित गिरोह का एकसूत्रीय काम जनपद के विभिन्न स्थानों से आने वाले ओवरलोड मौरम भरे वाहनों की सुरक्षित निकासी कराना था। इसके बदले में लोकेशन गिरोह ट्रक चालकों से महीने का निर्धारित नजराना भी वसूल करता है। पूर्व के समय में एसपी यशवीर सिंह ने जिले में सक्रिय लोकेशन गिरोह के नेटवर्क पर कानून का डंडा चलाया तो वह छिन्न भिन्न हो गया था। लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद नये अंदाज में लोकेशन गिरोह हाईटेक नेटवर्क के साथ मैदान में उतर आया। कुछ ट्रक वालों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लोकेशन गिरोह के कर्ताधर्ता चारपहिया वाहनों में सवार होकर पहले से ही निर्धारित स्थानों पर तैनात रहते हैं जो अधिकारियों के बारे में मोबाइलों पर सूचनायें देते रहते हैं। इसके बदले में हम लोग महीने का टोकन खरीद कर नजराना जमा करते हैं। जब पिछले दिनों प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त रूप से ओवरलोड मौरम भरे वाहनों की धरपकड़ का अभियान चलाया तो 31 वाहन पकड़ में आये। इस बात की जानकारी जैसे ही लोकेशन गिरोह को पता चली तो उनकी नींद हराम हो गयी। इसके बाद अब लोकेशन गिरोह ने क्षेत्रीय अधिकारियों पर डोरे डालकर उन्हें अपने फंदे में फंसाने के लिये उनके दफ्तरों के बाहर खड़े हो गये ताकि किसी भी तरह से उनका अवैध धंधा चलता रहे।
लोकेशन गिरोह रैकी में लगे वाहनों को बदलने का अपना सकता फंडा
उरई। हाईटेक लोकेशन गिरोह अभी तक कई ऐसे वाहनों का उपयोग अधिकारियों की रैकी करने के लिये लगाये हुये था जिनके बारे में कुछ अधिकारियों को जानकारी मिल चुकी थी। दो दिन पूर्व ओवरलोडिंग के विरुद्ध चले अभियान के बाद अब लोकेशन गिरोह अधिकारियों की रैकी करने के लिये लगाये गये वाहनों को बदलने का फंडा अपनाने की रणनीति पर विचार करने लगा है।
एआरटीओ दफ्तर में लोकेशन गिरोह की पकड़ मजबूत
उरई। ओवरलोड मौरम भरे वाहनों की सुरक्षित निकासी कराने का कथित रूप से ठेका लेने वाले लोकेशन गिरोह का यह धंधा बगैर एआरटीओ की कृपा से फलफूल नहीं सकता। इसको देखते हुये लोकेशन गिरोह ने सबसे पहले तो एआरटीओ दफ्तर में अपनी पकड़ को मजबूत किया ताकि उनका यह धंधा गतिमान बना रहे। सवाल यह उठता है कि एआरटीओ ओवरलोड मौरम भरे वाहनों पर दरियादिली क्यों दिखा रहे हैं इसका जबाब भी उन्हीं के पास होगा।