कोंच(जालौन)। आगामी 16 जुलाई को जनपद जालौन के दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैथेरी गांव में होने वाली जनसभा में अधिकाधिक भीड़ जुटाए जाने को लेकर भाजपाई दिन रात मेहनत कर रहे हैं। कोंच नगर और ग्रामीण मंडलों को भी लक्ष्य दे दिए गए हैं। किसको कहां से कितनी भीड़ ले जाने है, यह जिम्मेदारियां बांटकर उन्हें वाहन प्रमुख बनाया गया है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के रूप में इस घोर पिछड़े भूभाग को बड़ी सौगात देने आ रहे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 16 जुलाई के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए न केवल भाजपा संगठन बल्कि परोक्ष रूप से पूरी प्रशासनिक मशीनरी लगी हुई है। महज ढाई साल के छोटे से वक्त में सौ फीसदी तैयार हुए इस 296 किमी लंबे एक्सप्रेस वे का लोकार्पण उरई तहसील के गांव कैथेरी में करने वाले हैं पीएम मोदी। उनके कार्यक्रम को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं और यूपी शासन के आला अधिकारी तथा मंत्री लगभग हर रोज इन तैयारियों का जायजा लेने पहुंच रहे हैं। जिले से एक लाख से ऊपर भीड़ जुटाने के मिले लक्ष्य को पूरा करने की कवायद में जिले भर के भाजपाई जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में कोंच को भी अधिकाधिक लोगों को सभा स्थल तक पहुंचाने का काम सौंपा गया है जिसके लिए नगर और ग्रामीण मंडलों के पदाधिकारी लोगों खासतौर पर सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क साधने में दिन रात एक किए हैं।
भाजपा नगर अध्यक्ष सुनील लोहिया ने बताया कि कैथेरी गांव कोंच से ज्यादा दूर नहीं है इसलिए ज्यादातर लोग अपने अपने चार पहिया वाहनों से जाने में सुविधा महसूस कर रहे हैं जिसके चलते लगभग डेढ सैकड़ा फोर व्हीलर और दस बसों द्वारा नगर से करीब दो से ढाई हजार के बीच लोगों को ले जाने की व्यवस्था है। बसें और भी बढ़ाई जा सकती हैं। सभी बसों के पॉइंट्स और बस प्रमुखों को नामित करते हुए जन सामान्य के अलावा ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को ले जाने की योजना है। बसों के प्रभारी वरिष्ठ लोग बनाए गए हैं और महामंत्री द्वय आशुतोष मिश्रा व ओपी कुशवाहा को पांच पांच बसों का व्यवस्थापक बनाया गया है। चार पहिया वाहनों का प्रमुख पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रांतीय कार्य समिति के सदस्य बादाम सिंह कुशवाहा और नगर उपाध्यक्ष दीपक मिश्रा को बनाया गया है तथा वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में टोली बनाकर के शक्ति केंद्र सा बैठकें और जन सामान्य से संपर्क कर अधिकतम लोगों को ले जाने की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उनका मानना है कि गरीब कल्याण के लिए समर्पित मोदी जी को ज्यादातर लोग सुनना चाहते हैं।
कोंच-उरई मार्ग पर कट होना था जरूरी
कोंच(जालौन)। व्यापारिक लिहाज से क्षेत्र के अधिकांश दुकानदारों का कारोबार दिल्ली से जुड़ा है और बाजार में बिकने बाला ज्यादातर समान भी दिल्ली से ही आता हैं लेकिन व्यापारी ट्रेन का सफर करना मुफीद मानते हैं। अपने निजी वाहन से आना जाना उनके लिए महंगा पड़ता है। कॉस्टमेटिक, मोबाईल, जूता-चप्पल, रेडिमेड, इलेक्ट्रानिक, ऑटो पार्ट्स, घड़ी, रक्षाबंधन पर राखी, होली पर पिचकारी आदि के व्यापारी दिल्ली से जुड़े हैं। कॉस्टमेटिक व्यापारी सुमित रिछारिया का कहना है कि एक्सप्रेस वे पर चढने के लिए कोंच-उरई मार्ग पर अगर कट होता तो शायद लोग इसका प्रयोग करते। व्यापारिक दृष्टिकोण से दिल्ली आने जाने के लिए व्यापारियों को ट्रेन का सफर सस्ता पड़ता है। बस या निजी बाहन से खर्चा अधिक पड़ने लगता है।