जालौन

विशिष्ट उद्देश्यों को लेकर हुआ विद्या भारती का गठन

बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन(उरई)। विद्या भारती का गठन एक विशिष्ट उद्देश्य को लेकर हुआ है, जिसका एक लक्ष्य है। इस लक्ष्य को हम सभी
नित्य दोहराते हैं। जो कार्ययोजनाएं बनाई जाएं उसे समय पर पूरा किया जाए। यह बात आनंदी बाई हर्षे बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित संकुल स्तरीय प्रधानाचार्य बैठक में अध्यक्षता करते हुए विद्या भारती के प्रदेश निरीक्षक आत्मानंद ने कही।
आनंदी बाई बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित संकुल स्तरीय प्रधानाचार्य बैठक में अध्यक्षता करते हुए विद्या भारती के प्रदेश निरीक्षक कानपुर प्रांत आत्मानंद ने कहा कि विद्या भारती में प्रबंध समिति, अभिभावक, आचार्य, प्रधानाचार्य सभी के कुछ निश्चित दायित्व होते हैं। जिसकी पूर्ति करना अति आवश्यक है। विद्यालय में शिक्षण पद्धति की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समय-समय पर आचार्य प्रशिक्षण संकुल, प्रांतीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करना चाहिए। इसके माध्यम से विद्यालय उत्तरोत्तर वृद्धि को प्राप्त करेगा। प्रत्येक प्रधानाचार्य को अपने विद्यालय की शिक्षण प्रणाली में पांच आधारभूत विषयों का क्रियान्वयन करना चाहिए। भारत फिर से विश्व गुरु बनें उसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत समाहित राष्ट्र निर्माण के प्रति सम्मान एवं सच्ची श्रद्धा का भाव रखना होगा। उन्होंने वर्ष भर की कार्ययोजना बनाकर उसे समय से पूरा करने के निर्देश प्रधानाचार्यों को दिए। अंत में प्रधानाचार्या सुनीता शर्मा ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर विद्या भारती से संबद्ध जिले के सभी सरस्वती शिशु मंदिर, बालक एवं बालिका विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य मौजूद रहे।

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