बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। क्षेत्रीय ग्राम पहाड़पुरा में चल रहे श्रीरुद्र महायज्ञ के छठवें दिन भी श्रद्धालुओं की भीड़ यज्ञशाला की परिक्रमा करते हुए दिखाई दी। जिससे आसपास का पूरा माहौल भक्ति के सागर में डूब गया है।
सुबह से ही यज्ञशाला की परिक्रमा को लेकर महिला श्रद्धालुओं की अच्छी भीड़ लगी रही। यज्ञ के हवन की आहूति एवं मंत्रोच्चार से आसपास का पूरा वातावरण धार्मिक बना हुआ है। यज्ञस्थल के पास लगे झूले और दुकानों पर बच्चों की भी भीड़ देखी जा रही है। वहीं यज्ञ में संतों के प्रवचन सुनने को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। कथावाचक अखिलेश पाठक द्वारा प्रतिदिन प्रवचन सुनाया जा रहा है। संत का प्रवचन सुनने के लिए दूर दूर से लोग प्रतिदिन यज्ञ परिसर में पहुंच रहे हैं। रात के समय रामलीला भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। जिसे देखने के लिए श्रद्धालु मौके पर पहुंच रहे हैं। कथावाचक अखिलेश पाठक ने बताया कि गुरु के शरण में जाने पर सभी संकट दूर हो जाते हैं। माता पिता से भी ऊंचा स्थान गुरु का है। प्रभु श्रीराम ने एक बार अपने भ्राता भरत से पूछा कि माता पिता और गुरु में कौन श्रेष्ठ है। इस पर भरत जी ने कहा प्रभु प्रिय पूज्य पिता सम आपु, कुल गुरु समाहित माय न बापू अर्थात भरत जी ने माता से ऊंचा स्थान गुरु को दिया। कहा कि सूर्यवंशी अयोध्या के राजा दशरथ को भी संतान प्राप्ति हेतु अपने गुरु के शरण में जाना पड़ा। आशीर्वाद मिलने के बाद उन्हें राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न चार पुत्रों की प्राप्ति हुई। इस मौके पर पारीक्षित विमला देवी, कोमल सिंह पाल, विनीता देवी, गुड्डी देवी, प्रियंका, भानवती, सावित्री आदि मौजूद रहीं।