0गर्भवती महिला गांव से पैदल ही कोतवाली पहुंची
कोंच(जालौन)। दहेज प्रताड़ना की शिकार एक गर्भवती महिला को ससुराल वालों ने मायके से अतिरिक्त दहेज लाने के लिए धक्के मारकर घर से निकाल दिया। इतना ही नहीं, महिला से उसका बेटा भी छीन लिया। अपनी शिकायत लेकर गांव से कई किमी का रास्ता पैदल ही तय कर पीड़ित महिला कोतवाली पहुंची। कोतवाली में उसने दरोगाजी को अपनी आपबीती सुनाई जिसके बाद दरोगाजी ने पति को बुलवाए जाने की बात कही लेकिन करीब डेढ़ घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस उसके पति को कोतवाली में नहीं बुलवा सकी तो वह मायूस होकर अपने मायके लौट गई।
कोतवाली पहुंची ग्राम बसोब निवासी गायत्री ने बताया कि उसकी शादी 5 मई 2014 को विनोद वर्मा के साथ हुई थी। उसका एक पांच साल का बेटा है और इस समय भी वह गर्भवती है। उसने बताया कि शादी के बाद से ही उसके ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज के रूप में एक लाख रुपए व बाइक की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित करने लगे थे। मंगलवार की सुबह पति व सास ने गाली गलौज कर उसके साथ मारपीट की और बेटे को छीनकर उसे धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया। गायत्री ने बताया कि उसने मौके से ही यूपी 112 पर फोन लगाया लेकिन फोन नहीं लगा। जिसके बाद कोई साधन न मिलने के कारण वह गांव से पैदल ही कोतवाली आने पर मजबूर हुई। कोतवाली में दरोगाजी ने प्रार्थना पत्र लेकर उससे कहा कि पति को बुलवा रहे हैं लेकिन पति को नहीं बुलाया गया। करीब डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद मौसम खराब होता देख वह ग्राम खैरी स्थित अपने मायके जाने के लिए कोतवाली से चली गई। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। चैकी प्रभारी से जानकारी लेकर कार्यवाही की जाएगी और महिला को न्याय दिलाया जाएगा।