
रिपोर्ट अनुराग श्रीवास्तव संपादक सत्येन्द्र सिंह राजावत
जालौन (उरई) ।बाजार में प्रतिबन्धित व नशीली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से चल रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्यवर्धक दवाओं के नाम पर स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाली दवाओं की बिक्री हो रही है। नगर में धड़ल्ले से बिक्री होने के बाद भी औषधि विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।
सरकार द्वारा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कुछ दवाओं पर प्रतिबंध लगा रखा है।सरकार द्वारा प्रतिबंधित होने के बाद भी बाजार में कुछ दवाओं की बिक्री हो रही है। युवाओं में स्वास्थ्यवर्धक व शक्तिवर्धक दवाओं की लगातार मांग बढ़ रही है। नशीले पदार्थों से मिलकर बनी दवाओं के प्रयोग से युवाओं में नशा का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। युवाओं बढ़ती नशे की लत को लेकर सरकार चिंतित हैं। स्वास्थ्यवर्धक व शक्तिवर्धक दवाओं में नशीले पदार्थों की मिलावट होने की संभावना को देखते हुए जुलाई माह में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की टीम ने नगर में संचालित मेडीकल स्टोर्स पर छापामारी की थी तथा प्रतिबिंबित दवाओं की बिक्री होते पाया था। टीम ने स्वास्थ्य वर्धक दवाओं में मिलावट होने की जांच के लिए नमूने भी भरे थे। नमूना फेल होने के बाद 2 कम्पनियों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करायी गयी है। इसके बाद भी नगर में प्रतिबन्धित दवाओं के साथ नमूना फेल होने वाली स्वास्थ्य वर्धक व मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से चल रही है। मर्दाना ताकत बढ़ाने व स्वास्थ्य वर्धक दवाएं युवाओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है तथा इनका आदि बना रही है। प्रतिबिंबित दवाएं युवाओं को नशे का आदि बना रही है। इसके बाद भी इन दवाओं की बिक्री लगातार चल रही है तथा औषधि विभाग मूक दर्शक बना हुआ है।नगर के प्रबुद्ध विकास भारती, अखिलेश लाक्षाकार, मुकेश श्रीवास्तव, प्रदीप परिहार, बटुक शुक्ला ने जिलाधिकारी से मांग की है कि प्रतिबिंबित स्वास्थ्य वर्धक व नशीली दवाओं की बिक्री बंद करायी जाये जिससे युवाओं को नशा की आदत से बचाया जा सके।