सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में एवं जनपद न्यायाधीश तरुण सक्सेना के दिशा-निर्देशन में एवं मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के पीठासीन अधिकारी राजीव कुमार की अध्यक्षता में समन्वय बैठक सम्पन्न हुयी। पीठासीन अधिकारी ने कहा कि जो मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण न्यायालय में चल रहे विवादों में समझौता चाहते है, वे आगामी 12 मार्च के आयोजन से पहले भीं अपने अधिवक्ता के माध्यम से अथवा स्वयं समझौता पत्र न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं और उन्होंने अधिवक्ताओं से यह भी अपील की कि वह अपने-अपने वादकारियों को सुलह हेतु प्रेरित करें, जिससे आगामी 12 मार्च को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मोटर वाहन दुर्घटना मामलों का निस्तारण हो सके।
सचिव श्रीमती रेनू यादव ने बताया कि मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण से संबंधित सुलह योग्य विचाराधीन एमएसीपी वाद की एक दर्जन से अधिक याचिकाओं को चिन्हित किया गया। सचिव श्रीमती रेनू यादव ने समस्त वादकारियों से अपील करते हुये कहाकि लम्बित दीवानी एवं मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण से संबंधित वादों, मुकदमों में सुलह-समझौता करने के इच्छुक व्यक्ति, संबंधित पक्ष, संबंधित न्यायालय द्वारा भेजे जा रहे नोटिस में वर्णित तिथि व स्थान में समय पर उपस्थित होकर इस अवसर का लाभ उठायें। इसमें किसी प्रकार की समस्या होने पर वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में संपर्क स्थापित कर सकते हैं। इस बैठक में विद्वान अधिवक्ता सर्वश्री अशोक वाश्नेय, विनोद गुप्ता, संजय अग्रवाल, अनिल पुरवार, डा. अंशू दुबे, राजेश शर्मा समेत कई विद्वान अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
फोटो परिचय—
लोक अदालत को लेकर चर्चा करते न्यायिक अधिकारी।