
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। न्यायिक परिसर में दीपावली मिलन समारोह के साथ ही बार-बेंच की एकता के महत्व पर केंद्रित संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों के बीच आपसी संवाद और सौहार्द को मजबूत बनाना रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिविल जज जावेद खान उपस्थित रहे, जिनका अधिवक्ताओं ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। दीपावली से पूर्व न्यायिक परिवार और अधिवक्ताओं ने एक साथ मिलकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार का आनंद साझा किया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने बार और बेंच के बीच समन्वय और सहयोग की भावना को न्याय व्यवस्था की मजबूती के लिए आवश्यक बताया। अधिवक्ता भूपेंद्र लिटौरिया, महेश सोनी, मिथलेश ओझा और जेडी शुक्ला ने अपने विचार रखते हुए कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के सफल संचालन में अधिवक्ता और न्यायिक अधिकारियों की भूमिका समान रूप से महत्वपूर्ण होती है। दोनों के बीच आपसी सहयोग और सम्मान से ही न्याय की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है। कार्यक्रम के दौरान अधिवक्ताओं ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और न्यायिक कार्यों में पारदर्शिता, समन्वय और संवाद बनाए रखने का संकल्प लिया। अंत में न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सभी अधिवक्ताओं को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता संतोष यादव ने किया। इस मौके पर अधिवक्ता दशरथ सिंह, शैलेंद्र श्रीवास्तव, उमेश दीक्षित, दिनेश भास्कर, प्रदीप सक्सेना, महेश सोनी, भूपेंद्र लिटौरिया, जंग बहादुर सिंह सेंगर, ब्रजमोहन कुशवाहा, संजय अवस्थी, राजेश श्रीवास्तव, कमल सिंह, राघवेंद्र मोहन चतुर्वेदी, रीना पांडेय, देवेश मिश्र, हर्षवर्धन सिंह, इसरार बेग, जितेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।


